White एक तो तेरे नैन नशीले,
ऊपर से लहराते बाल काले।
हाय री तेरी मस्त कमसिन जवानी,
मुँह से टपके पानी।
ये बलखाती कमर तेरी,
जान निकली जाए मेरी।
अंगड़ाई लेता तेरा बदन,
खुशबू ऐसी जैसे हो चंदन।
हवा में उड़ते बाल,
बदली हुई सी चाल।
ये खूबसूरत समां मन मेरा बहकता जाए,
अब तो बाहों में आ जाओ तुम बिन रहा न जाए।
हाय री तेरी धानी चुनरिया उड़ती जाए,
याद तेरी बार बार सताए।
तेरी प्यारी सूरत पर दिल फ़नाह होता जाए,
ऐसे ना बन ठनकर निकला करो
आंखों में फिर नींद न आए।
रुत मस्तानी आई, बदली घिर घिर आई।
©Shishpal Chauhan
#रुत मस्तानी आई