लबों से रूबरू होकर आँखों में नशा हो जाना चाहिए
कानों की बालियाँ औऱ जुल्फों की लटों में खो जाना चाहिए
सर्द रातों में किसी महफ़िल में फिजूलखर्ची से बेहतर है
खुले आसमां मे किसी कि बाहों में हो जाना चाहिए
©Shiv
लबों से रूबरू होकर आँखों में नशा हो जाना चाहिए
कानों की बालियाँ औऱ जुल्फों की लटों में खो जाना चाहिए
सर्द रातों में किसी महफ़िल में फिजूलखर्ची से बेहतर है
खुले आसमां मे किसी कि बाहों में हो जाना चाहिए
#eternallove