जब वह मां के गर्भ में थी,
तब भी असु रक्षित थी
कि कहीं ये पुरुष प्रधान देश मार ना दे उसे!
आज जब दुनिया में आ गई,
तब भी आसुरक्षित है
कि कहीं कोई हवसी दरिंदा मार ना दे उसे!
वह कह रही है अब मां से,
मां फिर से अपनी कोख में ले लो,
कहीं यह इंसानियत के दुश्मन लूट न ले मुझे 🙏😔
©Mau Jha
नारी की इज्जत 🙏🥹