White मुस्कुराते चेहरे साजिश का इशारा करते
अपने भी मुफ़्लिसी मै अब किनारा करते
मुझे तो मारी है दुनिया ने भी ऐसी ठोकर
ज़ख्म पर हंसते है ये फिर से दोबारा करते
मेने रिश्तों की तिजारत मै मुनाफा चाहा
इनकी औकात यही है कि खसारा करते
बदलते चेहरे है हर बार बदल जाते हैं
वो गम-ख़्वार बनने का अब दिखावा करते
मैं तो मिलने को तड़पता हूं मेरे अपनों से
वो है कि मेरे गमों से भी किनारा करते
इरफ़ा" पैसों का है खेल अपने भी खफा है
मेरी बर्बादी का अब सब ही नजारा करते
©Irfan Saeed
मुस्कुराते चेहरे साजिश का इशारा करते
अपने भी मुफ़्लिसी मै अब किनारा करते
मुझे तो मारी है दुनिया ने भी ऐसी ठोकर
ज़ख्म पर हंसते है ये फिर से दोबारा करते
मेने रिश्तों की तिजारत मै मुनाफा चाहा
इनकी औकात यही है कि खसारा करते