यूँ तुमसे गुफ़्तुगू करने के बहाने बहुत हैं मगर | हिंदी Shayari
"यूँ तुमसे गुफ़्तुगू करने के बहाने बहुत हैं
मगर चर्चित हम दोनों के फ़साने बहुत हैं
बेहिजाब न निकलना, नापाक गलियों में
यहां अपना कहते लोग भी बेमाने बहुत हैं"
यूँ तुमसे गुफ़्तुगू करने के बहाने बहुत हैं
मगर चर्चित हम दोनों के फ़साने बहुत हैं
बेहिजाब न निकलना, नापाक गलियों में
यहां अपना कहते लोग भी बेमाने बहुत हैं