कहो तो जाम का इंतजाम हो जाए
महफिल में गजलों की शाम हो जाए
आज अगर पीएं पानी तो वो भी शराब हो जाए
चलो आज थोड़ा गैरों की नजरों में बदनाम हो जाएं
सिगरेट के धुएं आज हवा में लहराते नजर आएं
जाम से जाम छलके और लोग वाह वाह करते नजर आएं
बेवफा के कुछ ख्याल आज लड़खड़ाते लफ्जों से पढ़ दिए जाएं
आज उनके हिज्र में खुद को थोड़ा आंसुओं से भिगोया जाए
कहो तो महफिल में आज जाम का इंतजाम किया जाए
©꧁༒शिवम् सिंह भूमि༒꧂
#alone कहो तो महफिल में आज जाम का इंतजाम किया जाए.. ✍️✍️