Life Like खोई खोई सी रहती हूं मैं तेरे ख़्याल में।
वो छोड़ गया न जाने मुझे किस हाल में।।
रहती है आँखें नम और दिल भी बेकरार।
यूं उम्रें गुजर रही है अब तेरे मलाल में।।
मुझको तो थी तलाश तेरे एक जवाब की।
मैं उलझ के रह गई हूं तेरे एक सवाल में।।
मुझको यकीं है कि बदलेगी ये फिज़ा भी।
आएगा लौट के पास मेरे इसी साल में।।
"सानी" तुम मुब्तला न हो राह ए ईश्क में।
बर्बाद जिंदगी हो जायेगी तेरी मलाल में।।
(Md Shaukat Ali "Saani" )
©Saani
खोई खोई सी रहती हूं मैं तेरे ख़्याल में।
वो छोड़ गया न जाने मुझे किस हाल में।।
रहती है आँखें नम और दिल भी बेकरार।
यूं उम्रें गुजर रही है अब तेरे मलाल में।।
मुझको तो थी तलाश तेरे एक जवाब की।
मैं उलझ के रह गई हूं तेरे एक सवाल में।।