कुछ ख़्वाब थे मेरे टूट गए कुछ मान गए कुछ रूठ गए.. | हिंदी Shayari Vide

" कुछ ख़्वाब थे मेरे टूट गए कुछ मान गए कुछ रूठ गए.. कुछ ऐसे बन गए दोस्त यहाँ जो भी था सबकुछ लूट गए.. कुछ कहने से चुप रहे से मरना अच्छा सब सहने से.. वो आये मसीहा बनकर पर हमें देकर ज़ख्म हज़ार गए.. ©lyrics by Akhil "

कुछ ख़्वाब थे मेरे टूट गए कुछ मान गए कुछ रूठ गए.. कुछ ऐसे बन गए दोस्त यहाँ जो भी था सबकुछ लूट गए.. कुछ कहने से चुप रहे से मरना अच्छा सब सहने से.. वो आये मसीहा बनकर पर हमें देकर ज़ख्म हज़ार गए.. ©lyrics by Akhil

#saath

People who shared love close

More like this

Trending Topic