गुलाब का मुर्झाना उदास होना है, . गुलाब प्यासा नह | हिंदी Poetry

"गुलाब का मुर्झाना उदास होना है, . गुलाब प्यासा नही मरता गमले में, . गुलाब महीनों किताबों के बीच रखे जाने पर भी ज़िंदा रहता है. . सूखे गुलाब को चूमकर फिर, खिलाया जा सकता है.! . गुलाब का टूटना ,सुखना और मुर्झाना नियति है. . पर गुलाब को काँटो से अलग करना गुलाब की हत्या करना है. . काँटे गुलाब का कवच है. जैसे प्रेम में देह को छुते हुए ही मन को छुआ जाता है. प्रेम में देह मन का कवच है. ©Neeraj Neer"

 गुलाब का मुर्झाना उदास होना है,
. 
गुलाब प्यासा नही मरता गमले में,
. 
गुलाब महीनों किताबों के बीच
रखे जाने पर भी ज़िंदा रहता है.
. 
सूखे गुलाब को चूमकर फिर,
खिलाया जा सकता है.!
. 
गुलाब का टूटना ,सुखना
और मुर्झाना नियति है.
. 
पर गुलाब को काँटो से अलग करना
गुलाब की हत्या करना है.
. 
काँटे गुलाब का कवच है.

जैसे प्रेम में देह को छुते हुए ही मन को छुआ जाता है.

प्रेम में देह मन का कवच है.

©Neeraj Neer

गुलाब का मुर्झाना उदास होना है, . गुलाब प्यासा नही मरता गमले में, . गुलाब महीनों किताबों के बीच रखे जाने पर भी ज़िंदा रहता है. . सूखे गुलाब को चूमकर फिर, खिलाया जा सकता है.! . गुलाब का टूटना ,सुखना और मुर्झाना नियति है. . पर गुलाब को काँटो से अलग करना गुलाब की हत्या करना है. . काँटे गुलाब का कवच है. जैसे प्रेम में देह को छुते हुए ही मन को छुआ जाता है. प्रेम में देह मन का कवच है. ©Neeraj Neer

#गुलाब #roseday #HappyRoseDay #lovepoems #nojotopoetry #neerajthepoet

People who shared love close

More like this

Trending Topic