नाराज थे लोगो से के क्यों हमेशा रुसवा करते है,
खुद को जाना तो पाया के अपनी नजरों से में ही नही कीमत अपनी।।।
शिक्वा क्या करे गैरो से
हम तो लूटे है अपने ही हाथो से।।।
तकलीफ नहीं के किसने क्या कहा,
मायूस तो इसलिए है, हमने खुद को क्या कहा।।।
तेरे मेरे साथ ना होने का इल्ज़ाम सबको दिया,
मगर अपने हिस्से की गलतियों को कभी जिकर ही नहीं किया।।।
क्या फायदा इतने ज्ञान का,
जब कभी अपने आप को भरोसे का एक बोल ना दिया।।।
©Ramnik
#खुद