मोल नही उन खूबसूरत लम्हो का
जो माँ की गोद मे मैंने बिताये है
मोल नही उन खुशियों का
जो माँ की आँखो मे सजे है
मोल नही उस इंतजार का
जो माँ ने मुझसे मिलने को बिताये थे
मोल नही उस पहले निवाले की
जो मैंने पहली बार माँ के हाथ से खाये थे |
©Deepanshu Patwa
babu ka annaprashan❣️