मन में अवशेष बंद पड़ा हो
अंदर व्याकुलता बढ़ा रहा हो!
एकांत में चीखना ज़ोर से
रोना शोर से तब देखना
मन का गुबार निकल जायेगा
अंदर हल्कापन महसूस होगा।
पर नहीं
आप चीख नहीं सकते
पीड़ा दर्शा नहीं सकते
कितना भी दर्द हो
टीस या चुभन हो
संस्कार हाथ पकड़
आपको रोकेगा
व्याकुल मन तब
मौन अपनाएगा
©Drx punam rao
#Missing