तेरी आंखों की पुतलियों के
किसी कोने मैं चमकता रहूंगा
तेरे अश्कों की बारिश में मिलकर
तेरे रुखसार पे टपकता रहुंगा
©Irfan Saeed
तेरी आंखों की पुतलियों के
किसी कोने मैं झलकता रहूंगा
तेरे अश्कों की बारिश में मिलकर
तेरे रुखसार पे टपकता रहुंगा
#twoliner
#Khyal