जिसके होने से मैं खुद को मुक्कम्मल मानता हूँ, मेरे | हिंदी शायरी

"जिसके होने से मैं खुद को मुक्कम्मल मानता हूँ, मेरे रब के बाद मैं बस अपनी माँ को जानता हूँ। Safwan Saleem"

 जिसके होने से मैं खुद को मुक्कम्मल मानता हूँ,
मेरे रब के बाद मैं बस अपनी माँ को जानता हूँ।
Safwan Saleem

जिसके होने से मैं खुद को मुक्कम्मल मानता हूँ, मेरे रब के बाद मैं बस अपनी माँ को जानता हूँ। Safwan Saleem

#maa is Best Gift in God

#Safwan_Saleem @Sadab Qurishi @Rajput Suman Zaniyan @Mr Sachin Ahir

People who shared love close

More like this

Trending Topic