Black कुछ तो मोहलत दे ऐ मेरे यार,
मुझे थोड़ा ठहर जाने दे ।
अगला किरदार भी तेरा सह लूँगा,
पहले मुझे ज़मी पर उतर जाने दे। ।
घायल कर देना निकाल छल पिटारे से,
थोड़ा मुझे संवर जाने दे।
तेरे हर ज़ख्मों को गले लगा लूँगा,
थोड़ा पहले वाला भर जाने दे। ।
शिकवा तुझसे मुझे कोई यार,
थोड़ा मुझे घर जाने दे,।
कदमों में मखमल बिछा दूँगा तेरे,
पहले मुझे निखर जाने दे। ।
written by संतोष वर्मा azamgarh वाले
खुद की जुबानी। ।
©Santosh Verma
#mere यार ##