White जिस तरह आपका कोई अंग दूसरे अंग
को हानि नहीं दे सकता ठीक उसी प्रकार
हमें सभी धर्म को परमात्मा के अंग जैसा
ही समझना चाहिए और यदि आप ऐसा
समझ पायें तो दुनिया के धार्मिक उन्माद
स्वयं ही तत्काल रूप से समाप्त हो जायेंगे।
©मेरे ख़यालात.. (Jai Pathak)
#धर्म