कोई दुआ कबुल नहीं फिर भी खुदा को मानती हूं मैं..
साथ के बदले कभी साथ न मिला ..
फिर भी अपनो को जनती हूं मैं..
जीना...
चाहे कितनी भी मुश्किल क्यू ना हो..
फिर भी जिंदगी चाहती हूं मैं..
किसी को मेरी अहमियत हो ना हो..
पर अपना वजूद पहचानती हूं मैं..😉
©Swati Sen
vajood