White सुना है कि तन्हाइयों में अब वो मेरी
ही गजलें गुनगुनाने लगा है।
शायद रंजिशें मिट गई हैं सारी वो मुझे
देख कर मुस्कुराने लगा है।
कुछ राज है उनकी बैचेनी का यारों जो
ख्वाबों में बार बार आने लगा है।
कल तक परहेज था जिनको मेरे नाम से
आज वो मुझे फिर अपना बताने लगा है।
©Khan Sahab
#मुझे फिर से अपना बताने लगा है।