White वो लम्हें जो साथ गुजरे थे यारों संग 🥲
वो दोस्तों के संग साझेदारी
वो तंग गलियां वो कच्ची पक्की सड़के,
वो नादानियाँ जिनमें शामिल कई बदमाशीयां,
वो बीन कहे समझना जज्बातों को अपने,
गुम सी गयी है वो राहें जहाँ बेवज़ह मिला करते थे वो यार पुराने,
क्या लौटेंगी फिर से वो दिन,
या यूँही गुजरती रहेंगी एक एक दिन दोस्तों के बीन,
मंजिलों की परवाह किये हमारा यूँ भटकना,
वो अनकही सी बातो पर लड़ना झगड़ना,
बस यादें ही तो रह गयी हैं,
अनजान डगर के मुसाफिऱ तो ही रह गए है,
वो पुरानी यादों को समेटते हुए,
नाम -ए -दोस्ती बस यादें ही तो रह गयी है..!!
🫰🍂
©Aditi Bhardwaj
#Dosti वो यार पुराने
#Nozoto