कल कि उम्मीदों मे बैठे बैठ अक्सर हम खो जाते है
क्या होगा कैसा होगा,और वही सोचकर हम
अपना अगला कदम रखते ही नही..
70% यही पर डूब जाते है..
पर हमे अगला कदम रखना है..
बाकि सब नियति पर छोड़ दो,
अगर हमारे कर्म पवित्र है तो दोढ़ेगा
अगर बुरे या लोगो के हित मे नहि हुए तो
बैठ जायेगा हमारा व्यापार..
20% खत्म यही पर होते है
कहि कोइ गलति हुई भी है तो
सीख दे जायेगा हमारा व्यापार..
फिर खढ़े उठो और चलो..!!
©HARSH369
#kinaara मिल जाएगा