जिस दिल में प्यार नहीं"
जिस दिल में प्यार नहीं , वो इंसा कैसा होगा,
चलती फिरती भेड़ों के, मालिक के जैसा होगा।
प्यार खुशी और अमन चैन से नहीं वास्ता, हर
भली बात पे हंसता कम, झल्लाता ज़्यादा होगा।
जिस दिल में प्यार नहीं , वो इंसा कैसा होगा,
जाल फेंक चिड़ियों को फांस, उनको तरसाता होगा।
©Anuj Ray
# जिसके दिल में प्यार नहीं,