ग़म के बादलों का बरस जाना बेहतर है, क्या खबर किसी | English Video
"ग़म के बादलों का बरस जाना बेहतर है,
क्या खबर किसी रोज मेरे दिल के बगीचे में फूल खिल जाए?
या खुदा मै पेड़ बन जाऊं तो बेहतर है,
क्या खबर परिंदों की मोहब्बत मिल जाए?"
ग़म के बादलों का बरस जाना बेहतर है,
क्या खबर किसी रोज मेरे दिल के बगीचे में फूल खिल जाए?
या खुदा मै पेड़ बन जाऊं तो बेहतर है,
क्या खबर परिंदों की मोहब्बत मिल जाए?