मैं दूर निकल गया कमाने को
छोड़ गया अपने बेगाने को
मुझे क्या पता था की दुनिया मेहनत नहीं तुम्हारी ईमानदारी मांगती है,
मुझे रास ना आया किसी का घर लूटना
किसी पर खंजर लेकर उसकी मासूमियत पर टूटना,
छोड़ आया मैं अब बेरोजगार ही सही
बड़ा बेरहम है सच में जहां,
भाई ने हताश होकर कहा।।
©Vinita pahadi uttrakhand vinitawritter
#भाई ने हताश होकर कहा?