कोई भी मैरिज हो, शादी के बाद नवदंपति अलग रहें. लड़की तो अपने बाप का घर छोड़ती ही है, लड़का भी अपने बाप का घर छोड़े. अलग किराये के घर पर रहें, जब तक दोनों अपनी कमाई से अपना घर नहीं बना लेते. जब किसी भी तरफ के मां बाप गंभीर बीमार पड़ें तो दोनों अपनी सुविधा व फुरसत के हिसाब से जाकर देखभाल कर दें. जब वे स्वस्थ हो जाएं तो दोनों अपने घर वापस आ जाएं. 24 घंटे व 365 दिन मां बाप के साथ रहना जरूरी नहीं.
©Sai Angel Shaayari
कोई भी मैरिज हो, शादी के बाद नवदंपति अलग रहें. लड़की तो अपने बाप का घर छोड़ती ही है, लड़का भी अपने बाप का घर छोड़े. अलग किराये के घर पर रहें, जब तक दोनों अपनी कमाई से अपना घर नहीं बना लेते. जब किसी भी तरफ के मां बाप गंभीर बीमार पड़ें तो दोनों अपनी सुविधा व फुरसत के हिसाब से जाकर देखभाल कर दें. जब वे स्वस्थ हो जाएं तो दोनों अपने घर वापस आ जाएं. 24 घंटे व 365 दिन मां बाप के साथ रहना जरूरी नहीं.