अश्क़ ना किसी पे जीने ना किसी पे मरने देता इक तेरा | हिंदी शायरी
"अश्क़ ना किसी पे जीने ना किसी पे मरने देता
इक तेरा ख़्याल मुझे कुछ नही करने देता
आँसू आँख से चलकर पलकों तक आते हैं
ना वापस जाने देता ना जमीं पे गिरने देता
ladu n@"
अश्क़ ना किसी पे जीने ना किसी पे मरने देता
इक तेरा ख़्याल मुझे कुछ नही करने देता
आँसू आँख से चलकर पलकों तक आते हैं
ना वापस जाने देता ना जमीं पे गिरने देता
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