खामोश नही रहा थोड़ा मुहज़ोर हो गया हूं तेरे जाने क | हिंदी शायरी
"खामोश नही रहा थोड़ा मुहज़ोर हो गया हूं
तेरे जाने के बाद से अब मैं कुछ और हो गया हूं
पहले हस्ते हस्ते भुला दिया करता था सभी गुनाहों को मैं
अब यूं भुलाया नहीं जाता बड़ा कठोर हो गया हूं
जी हां अब मैं खामोश नही रहा थोड़ा मुहज़ोर हों गया हूं"
खामोश नही रहा थोड़ा मुहज़ोर हो गया हूं
तेरे जाने के बाद से अब मैं कुछ और हो गया हूं
पहले हस्ते हस्ते भुला दिया करता था सभी गुनाहों को मैं
अब यूं भुलाया नहीं जाता बड़ा कठोर हो गया हूं
जी हां अब मैं खामोश नही रहा थोड़ा मुहज़ोर हों गया हूं