मैं रहुं ना रहुं इस फानी दुनिया में ,
इन वादियों में एक महक़ छोड़ जाउंगा ...
जब भी पढ़ोगे अल्फाज़ ओ अश्आर मेरे ,
दिल ओ दिमाग कि तह मे क़सक़ छोड़ जाउंगा ....
©꧁ARSHU꧂ارشد
मैं रहुं ना रहुं इस फानी दुनिया में ,
इन वादियों में एक महक़ छोड़ जाउंगा ...
जब भी पढ़ोगे अल्फाज़ ओ अश्आर मेरे ,
दिल ओ दिमाग कि तह मे क़सक़ छोड़ जाउंगा ....
@jhanvi Singh @Anshu writer FAKIR SAAB(ek fakir) @sana naaz @Ritu Tyagi