के मैं तुझ में कुछ इस कदर समा जाऊं,
आसमानों की तरह मैं तुझ पर छा जाऊं,
मैं तेरे अश्कों से बहने वाला वह कतरा बन जाओ,
तेरे लबों की मुस्कुराहट बन जाऊं,
तेरे हंसने की वजह बन जाऊं,
तेरी यादों का सबब बन जाऊं,
तेरे जीने की वजह बन जाऊं,
के बन जाए तू मेरी जिंदगी
मैं तेरी जिंदगी बन जाऊं,
मैं तुझ में कुछ इसी कदर समां जाऊं।।
©Md Naushad Alam
# मैं तुझ में कुछ इस कदर समां जाऊं।।