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White जय माता दी ©M R Mehata(रानिसीगं )

#भक्ति  White जय माता दी

©M R Mehata(रानिसीगं )

यज्ञ....

16 Love

#कविता #शायरी #भक्ति #election_2024 #VoteForIndia #mango_tree  White https://www.instagram.com/reel/C7UI5MKy1aJ/?igsh=MTNvZXI2ZWt5dW95NA==

22June 2024को परम् पिता परमात्मा परम् अक्षर ब्रह्म जी का प्रकट दिवस, संत रामपाल जी के 15+आश्रमों में देश विदेश में सभी जगह मनाया जाता है राजस्थान में पाली सोजत , आश्रम में सभी राजस्थान वालो से विनर्म निवेदन है सभी आत्माओं को परमात्मा के भंडारे, महायज्ञ में सम्मिलित होना चाहिए।

इस यज्ञ को महायज्ञ कहते हैं इस से के एक कण को चिटी भी खाती है तो उसका भी बड़ा फ़ल मिलता है, मनुष्यो के लिए सबसे अच्छी बात यह है की इस महायज्ञ में पूर्ण गुरु के द्वारा कराया गया प्रसाद, कहीं जन्मों के पाप काटता है,।
गीता में भगवान कहते हैं यज्ञ के द्वारा खाया गया भोजन, पाप कर्मों को समाप्त करता है यज्ञ में परमात्मा प्रतिष्ठित होता है जहां यज्ञ होते हैं वाहा परमात्मा अवश्य ही होता है ओर यज्ञ से वर्षा होती है वर्षा से अन्न पैदा होता है अन्न से सभी जीव का पेट भरता है इस प्रकार यज्ञ ही वह धार्मिक अनुष्ठान हैं जो न हो तो संपूर्ण प्राणी भूखे मरे

©ARTI JI

#mango_tree #election_2024 #VoteForIndia #voting #लव #शायरी #कविता #viral #Love https://www.instagram.com/reel/C7UI5MKy1aJ/?igsh=MTNvZXI2Z

108 View

#वीडियो #माँ

#माँ अम्बिका आश्रम भिवानी में डॉ सुशील गुप्ता और इण्डिया गठबंधन उम्मीदवारों की जीत की कामना के लिए हवन यज्ञ

90 View

#भक्ति #navratri  {Bolo Ji Radhey Radhey}
सहस्र चंडी यग्न :- 📜 सत्ता बल, शरीर बल, मनोबल, शस्त्र बल, विद्या बल, धन बल आदि आवश्यक उद्देश्यों को प्राप्ति के लिए सहस्र चंडी यग्न का महत्व हमारे धर्म-ग्रंथों में बताया गया है। इस यग्न को सनातन समाज में देवी माहात्म्यं भी कहा जाता है। सामूहिक लोगों की अलग-अलग इच्छा शक्तियों को इस यज्ञ के माध्यम से पूरा किया जा सकता है। अगर कोई संगठन अपनी किसी एक इच्छा की पूर्ति या किसी अच्छे कार्य में विजयी होना चाहता है तब यह सहस्र चंडी यग्न बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। असुर और राक्षस लोगों से कलयुग में लोहा लेने के लिए इसका पाठ किया जाता है।
📜 मार्कण्डेय पुराण में सहस्र चंडी यग्न की पूरी विधि बताई गयी है। सहस्र चंडी यग्न में भक्तों को दुर्गा सप्तशती के एक हजार पाठ करने होते हैं। दस पाँच या सैकड़ों स्त्री पुरुष इस पाठ में शामिल किए जा सकते हैं और एक पंडाल रूपी जगह या मंदिर के आँगन में इसको किया जा सकता है। यह यग्न हर ब्राह्मण या आचार्य नहीं कर सकता है। इसके लिये दुर्गा सप्तशती का पाठ करने वाले व मां दुर्गा के अनन्य भक्त जो पूरे नियम का पालन करता हो ऐसा कोई विद्वान एवं पारंगत आचार्य ही करे तो फल की प्राप्ति होती है। विधि विधानों में चूक से मां के कोप का भाजन भी बनना पड़ सकता है इसलिये पूरी सावधानी रखनी होती है। श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से पहले मंत्रोच्चारण के साथ पूजन एवं पंचोपचार किया जाता है। यग्न में ध्यान लगाने के लिये इस मंत्र को उच्चारित किया जाता है।

©N S Yadav GoldMine

#navratri {Bolo Ji Radhey Radhey} सहस्र चंडी यग्न :- 📜 सत्ता बल, शरीर बल, मनोबल, शस्त्र बल, विद्या बल, धन बल आदि आवश्यक उद्देश्यों को प्राप्

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White जय माता दी ©M R Mehata(रानिसीगं )

#भक्ति  White जय माता दी

©M R Mehata(रानिसीगं )

यज्ञ....

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#कविता #शायरी #भक्ति #election_2024 #VoteForIndia #mango_tree  White https://www.instagram.com/reel/C7UI5MKy1aJ/?igsh=MTNvZXI2ZWt5dW95NA==

22June 2024को परम् पिता परमात्मा परम् अक्षर ब्रह्म जी का प्रकट दिवस, संत रामपाल जी के 15+आश्रमों में देश विदेश में सभी जगह मनाया जाता है राजस्थान में पाली सोजत , आश्रम में सभी राजस्थान वालो से विनर्म निवेदन है सभी आत्माओं को परमात्मा के भंडारे, महायज्ञ में सम्मिलित होना चाहिए।

इस यज्ञ को महायज्ञ कहते हैं इस से के एक कण को चिटी भी खाती है तो उसका भी बड़ा फ़ल मिलता है, मनुष्यो के लिए सबसे अच्छी बात यह है की इस महायज्ञ में पूर्ण गुरु के द्वारा कराया गया प्रसाद, कहीं जन्मों के पाप काटता है,।
गीता में भगवान कहते हैं यज्ञ के द्वारा खाया गया भोजन, पाप कर्मों को समाप्त करता है यज्ञ में परमात्मा प्रतिष्ठित होता है जहां यज्ञ होते हैं वाहा परमात्मा अवश्य ही होता है ओर यज्ञ से वर्षा होती है वर्षा से अन्न पैदा होता है अन्न से सभी जीव का पेट भरता है इस प्रकार यज्ञ ही वह धार्मिक अनुष्ठान हैं जो न हो तो संपूर्ण प्राणी भूखे मरे

©ARTI JI

#mango_tree #election_2024 #VoteForIndia #voting #लव #शायरी #कविता #viral #Love https://www.instagram.com/reel/C7UI5MKy1aJ/?igsh=MTNvZXI2Z

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#वीडियो #माँ

#माँ अम्बिका आश्रम भिवानी में डॉ सुशील गुप्ता और इण्डिया गठबंधन उम्मीदवारों की जीत की कामना के लिए हवन यज्ञ

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#भक्ति #navratri  {Bolo Ji Radhey Radhey}
सहस्र चंडी यग्न :- 📜 सत्ता बल, शरीर बल, मनोबल, शस्त्र बल, विद्या बल, धन बल आदि आवश्यक उद्देश्यों को प्राप्ति के लिए सहस्र चंडी यग्न का महत्व हमारे धर्म-ग्रंथों में बताया गया है। इस यग्न को सनातन समाज में देवी माहात्म्यं भी कहा जाता है। सामूहिक लोगों की अलग-अलग इच्छा शक्तियों को इस यज्ञ के माध्यम से पूरा किया जा सकता है। अगर कोई संगठन अपनी किसी एक इच्छा की पूर्ति या किसी अच्छे कार्य में विजयी होना चाहता है तब यह सहस्र चंडी यग्न बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। असुर और राक्षस लोगों से कलयुग में लोहा लेने के लिए इसका पाठ किया जाता है।
📜 मार्कण्डेय पुराण में सहस्र चंडी यग्न की पूरी विधि बताई गयी है। सहस्र चंडी यग्न में भक्तों को दुर्गा सप्तशती के एक हजार पाठ करने होते हैं। दस पाँच या सैकड़ों स्त्री पुरुष इस पाठ में शामिल किए जा सकते हैं और एक पंडाल रूपी जगह या मंदिर के आँगन में इसको किया जा सकता है। यह यग्न हर ब्राह्मण या आचार्य नहीं कर सकता है। इसके लिये दुर्गा सप्तशती का पाठ करने वाले व मां दुर्गा के अनन्य भक्त जो पूरे नियम का पालन करता हो ऐसा कोई विद्वान एवं पारंगत आचार्य ही करे तो फल की प्राप्ति होती है। विधि विधानों में चूक से मां के कोप का भाजन भी बनना पड़ सकता है इसलिये पूरी सावधानी रखनी होती है। श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से पहले मंत्रोच्चारण के साथ पूजन एवं पंचोपचार किया जाता है। यग्न में ध्यान लगाने के लिये इस मंत्र को उच्चारित किया जाता है।

©N S Yadav GoldMine

#navratri {Bolo Ji Radhey Radhey} सहस्र चंडी यग्न :- 📜 सत्ता बल, शरीर बल, मनोबल, शस्त्र बल, विद्या बल, धन बल आदि आवश्यक उद्देश्यों को प्राप्

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