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New सर सर उड़ी पतंग कविता Status, Photo, Video

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#विचार #follow

रिश्ते और पतंग #follow

63 View

#Quotes  पतंग को काट देना अपराध है, उड़ान भरना कहाँ अपराध है।

©Adesh K Arjun

पतंग

216 View

#CheerfulLove  झीलें क्या है......उसकी आंखें

#CheerfulLove अरूण आनंद सर की कविता ....

108 View

#शायरी  ऐसा पढ़ना भी क्या पढ़ना,मन की पुस्तक पढ़ न पाए,
भले चढ़े हों रोज हिमालय,घर की सीढ़ी चढ़ न पाए।

पता चला है बढ़े बहुत हैं,शोहरत भी है खूब कमाई,
लेकिन दिशा गलत थी उनकी,सही दिशा में बढ़ न पाए।

बाँट रहे थे मृदु मुस्कानें,मेरे हिस्से डाँट लिखी थी,
सोच रहा था उनसे लड़ना ,प्रेम विवश हम लड़ न पाए।

उनका ये सौभाग्य कहूँ या,अपना ही दुर्भाग्य कहूँ मैं,
दोष सभी थे उनके लेकिन,उनके मत्थे मढ़ न पाए।

थे शर्मीले हम स्वभाव से,प्रेम पत्र तक लिखे न हमने।
चंद्र रश्मियाँ चुगीं हमेशा,सपनें भी हम गढ़ न पाए।

                                   कवि-शिव गोपाल अवस्थी

©Shiv gopal awasthi

कविता

99 View

#कॉमेडी

सर नही ससुर

126 View

अपने आशिक़ों की गिनती से यूँकर मुझको कम कर दो अपना सर मैं झुकाता हूँ तुम आओ और कलम कर दो ©Ghumnam Gautam

#गिनती #ghumnamgautam #feelingsad #कलम  अपने आशिक़ों की गिनती से यूँकर मुझको कम कर दो
अपना सर मैं झुकाता हूँ तुम आओ और कलम कर दो

©Ghumnam Gautam
#विचार #follow

रिश्ते और पतंग #follow

63 View

#Quotes  पतंग को काट देना अपराध है, उड़ान भरना कहाँ अपराध है।

©Adesh K Arjun

पतंग

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#CheerfulLove  झीलें क्या है......उसकी आंखें

#CheerfulLove अरूण आनंद सर की कविता ....

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#शायरी  ऐसा पढ़ना भी क्या पढ़ना,मन की पुस्तक पढ़ न पाए,
भले चढ़े हों रोज हिमालय,घर की सीढ़ी चढ़ न पाए।

पता चला है बढ़े बहुत हैं,शोहरत भी है खूब कमाई,
लेकिन दिशा गलत थी उनकी,सही दिशा में बढ़ न पाए।

बाँट रहे थे मृदु मुस्कानें,मेरे हिस्से डाँट लिखी थी,
सोच रहा था उनसे लड़ना ,प्रेम विवश हम लड़ न पाए।

उनका ये सौभाग्य कहूँ या,अपना ही दुर्भाग्य कहूँ मैं,
दोष सभी थे उनके लेकिन,उनके मत्थे मढ़ न पाए।

थे शर्मीले हम स्वभाव से,प्रेम पत्र तक लिखे न हमने।
चंद्र रश्मियाँ चुगीं हमेशा,सपनें भी हम गढ़ न पाए।

                                   कवि-शिव गोपाल अवस्थी

©Shiv gopal awasthi

कविता

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सर नही ससुर

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अपने आशिक़ों की गिनती से यूँकर मुझको कम कर दो अपना सर मैं झुकाता हूँ तुम आओ और कलम कर दो ©Ghumnam Gautam

#गिनती #ghumnamgautam #feelingsad #कलम  अपने आशिक़ों की गिनती से यूँकर मुझको कम कर दो
अपना सर मैं झुकाता हूँ तुम आओ और कलम कर दो

©Ghumnam Gautam
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