tags

New ग़ज़ल और उसका व्याकरण Status, Photo, Video

Find the latest Status about ग़ज़ल और उसका व्याकरण from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about ग़ज़ल और उसका व्याकरण.

  • Latest
  • Popular
  • Video
#उसका #लव  White आज तो क्या ही हो गया 

हमें जाना था उसके साथ 

उसको आना था हमारे साथ 

दुनिया के डर  से कुछ बातें अधूरी थी 

लेकिन क्या आज उसने तरकीब लगई

दुनिया ने कुछ नहीं देखा

और हम साथ चले

©Funny Man

#उसका साथ

153 View

#लव  White दुनिया के सारे सुख एक तरफ
उसका मिलना एक तरफ

©Dinesh Sharma Jind Haryana

उसका मिलना

117 View

 वो जितनी बार भी लौटा उसने मेरा दरवाज़ा खुला पाया
शायद इसलिए उसका दिल दुबारा जाने से नहीं कतराया

©ANIL KUMAR

उसका दिल

108 View

 White कितना ढूँडा उसे जब एक ग़ज़ल और कही
जब मिला ही नहीं तब एक ग़ज़ल और कही

एक उम्मीद मुलाक़ात में लिक्खी सर-ए-शाम
और फिर आख़िर-ए-शब एक ग़ज़ल और कही

इक ग़ज़ल लिक्खी तो ग़म कोई पुराना जागा
फिर उसी ग़म के सबब एक ग़ज़ल और कही

उस ग़ज़ल में किसी बे-दर्द का नाम आता था
सो पए बज़्म-ए-तरब एक ग़ज़ल और कही

जानते बूझते इक मिस्रा-ए-तर की क़ीमत
दिल-ए-बेदाद-तलब एक ग़ज़ल और कही

दिल की धड़कन को ही पैराया-ए-इज़हार किया
सिल चुके जब मिरे लब एक ग़ज़ल और कही

दफ़अ'तन ख़ुद से मुलाक़ात का एहसास हुआ
मुद्दतों बा'द जो अब एक ग़ज़ल और कही

वहशत-ए-हिज्र भी तन्हाई भी मैं भी 'अंजुम'
जब इकट्ठे हुए सब एक ग़ज़ल और कही

©Jashvant

एक ग़ज़ल और कही @Lalit Saxena @Mukesh Poonia PФФJД ЦDΞSHI @Andy Mann @vineetapanchal

252 View

#पं_हरिचंद_अख़्तर #जन्म_जयंती #शायरी #उर्दू  "हमें भी आ पड़ा है दोस्तों से काम कुछ यानी 
हमारे दोस्तों के बेवफ़ा होने का वक़्त आया"

( I needed my friends' help today;
They were no friends, they turned away.)

©HintsOfHeart.

#पं_हरिचंद_अख़्तर #जन्म_जयंती #उर्दू ग़ज़ल के प्रसिद्ध कवि और पत्रकार।

108 View

 White दाग़ दुनिया ने दिए ज़ख़्म ज़माने से मिले
हम को तोहफ़े ये तुम्हें दोस्त बनाने से मिले

हम तरसते ही तरसते ही तरसते ही रहे
वो फ़लाने से फ़लाने से फ़लाने से मिले

ख़ुद से मिल जाते तो चाहत का भरम रह जाता
क्या मिले आप जो लोगों के मिलाने से मिले

माँ की आग़ोश में कल मौत की आग़ोश में आज
हम को दुनिया में ये दो वक़्त सुहाने से मिले

कभी लिखवाने गए ख़त कभी पढ़वाने गए
हम हसीनों से इसी हीले बहाने से मिले

इक नया ज़ख़्म मिला एक नई उम्र मिली
जब किसी शहर में कुछ यार पुराने से मिले

एक हम ही नहीं फिरते हैं लिए क़िस्सा-ए-ग़म
उन के ख़ामोश लबों पर भी फ़साने से मिले

कैसे मानें कि उन्हें भूल गया तू ऐ 'कैफ़'
उन के ख़त आज हमें तेरे सिरहाने से मिले

©Jashvant

ग़ज़ल ( माँ )

108 View

#उसका #लव  White आज तो क्या ही हो गया 

हमें जाना था उसके साथ 

उसको आना था हमारे साथ 

दुनिया के डर  से कुछ बातें अधूरी थी 

लेकिन क्या आज उसने तरकीब लगई

दुनिया ने कुछ नहीं देखा

और हम साथ चले

©Funny Man

#उसका साथ

153 View

#लव  White दुनिया के सारे सुख एक तरफ
उसका मिलना एक तरफ

©Dinesh Sharma Jind Haryana

उसका मिलना

117 View

 वो जितनी बार भी लौटा उसने मेरा दरवाज़ा खुला पाया
शायद इसलिए उसका दिल दुबारा जाने से नहीं कतराया

©ANIL KUMAR

उसका दिल

108 View

 White कितना ढूँडा उसे जब एक ग़ज़ल और कही
जब मिला ही नहीं तब एक ग़ज़ल और कही

एक उम्मीद मुलाक़ात में लिक्खी सर-ए-शाम
और फिर आख़िर-ए-शब एक ग़ज़ल और कही

इक ग़ज़ल लिक्खी तो ग़म कोई पुराना जागा
फिर उसी ग़म के सबब एक ग़ज़ल और कही

उस ग़ज़ल में किसी बे-दर्द का नाम आता था
सो पए बज़्म-ए-तरब एक ग़ज़ल और कही

जानते बूझते इक मिस्रा-ए-तर की क़ीमत
दिल-ए-बेदाद-तलब एक ग़ज़ल और कही

दिल की धड़कन को ही पैराया-ए-इज़हार किया
सिल चुके जब मिरे लब एक ग़ज़ल और कही

दफ़अ'तन ख़ुद से मुलाक़ात का एहसास हुआ
मुद्दतों बा'द जो अब एक ग़ज़ल और कही

वहशत-ए-हिज्र भी तन्हाई भी मैं भी 'अंजुम'
जब इकट्ठे हुए सब एक ग़ज़ल और कही

©Jashvant

एक ग़ज़ल और कही @Lalit Saxena @Mukesh Poonia PФФJД ЦDΞSHI @Andy Mann @vineetapanchal

252 View

#पं_हरिचंद_अख़्तर #जन्म_जयंती #शायरी #उर्दू  "हमें भी आ पड़ा है दोस्तों से काम कुछ यानी 
हमारे दोस्तों के बेवफ़ा होने का वक़्त आया"

( I needed my friends' help today;
They were no friends, they turned away.)

©HintsOfHeart.

#पं_हरिचंद_अख़्तर #जन्म_जयंती #उर्दू ग़ज़ल के प्रसिद्ध कवि और पत्रकार।

108 View

 White दाग़ दुनिया ने दिए ज़ख़्म ज़माने से मिले
हम को तोहफ़े ये तुम्हें दोस्त बनाने से मिले

हम तरसते ही तरसते ही तरसते ही रहे
वो फ़लाने से फ़लाने से फ़लाने से मिले

ख़ुद से मिल जाते तो चाहत का भरम रह जाता
क्या मिले आप जो लोगों के मिलाने से मिले

माँ की आग़ोश में कल मौत की आग़ोश में आज
हम को दुनिया में ये दो वक़्त सुहाने से मिले

कभी लिखवाने गए ख़त कभी पढ़वाने गए
हम हसीनों से इसी हीले बहाने से मिले

इक नया ज़ख़्म मिला एक नई उम्र मिली
जब किसी शहर में कुछ यार पुराने से मिले

एक हम ही नहीं फिरते हैं लिए क़िस्सा-ए-ग़म
उन के ख़ामोश लबों पर भी फ़साने से मिले

कैसे मानें कि उन्हें भूल गया तू ऐ 'कैफ़'
उन के ख़त आज हमें तेरे सिरहाने से मिले

©Jashvant

ग़ज़ल ( माँ )

108 View

Trending Topic