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New पर्वत कहता शीश उठाकर कविता का अर्थ Status, Photo, Video

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#भक्ति #शीश

#शीश के दानी की जय#

108 View

यादों की किताब उठाकर देखी मैंने, 🥀🥺 पिछले साल तुम इन दिनों मेरे थे.🥀🥺 ©Raaj-E-Mohhabat

 यादों की किताब उठाकर देखी मैंने, 🥀🥺
पिछले साल तुम इन दिनों मेरे थे.🥀🥺

©Raaj-E-Mohhabat

यादों की किताब उठाकर देखी मैंने,

10 Love

 White ये पर्वत कहता तुम शीश उठाकर , 
तुम भी ऊँचे बन जाओ । 
ये सागर कहता तुम लहराकर , 
तेरे मन में जो गहराई सा उसको लाओ ।

तुम समझ रहे हो न वो क्या कहती है ,
तु उठ-उठ कर और गिर-गिर कर तटल तरंग सा ।
तु भर ले अपने इस मन में , 
तेरी मीठी-मीठी बोल और ये मृदुल उमंग सा ॥

पृथ्वी कहती के ये धैर्य को न छोड़ो , 
  इस सर पर भार कितना ही हो । 
नभ कहता फैलो इतना कि , 
तुम ढक लो ये सारा संसार को ॥

©Shivkumar

#mountain #Mountains #Nojoto #कविता ये #पर्वत कहता तुम शीश उठाकर , तुम भी #ऊँचे बन जाओ । ये #सागर कहता तुम लहराकर , तेरे मन में जो

126 View

###एक नजर प्यार से उठाकर तो देखो###

99 View

#कविता #mountainsnearme  इन पर्वतों में न जाने समाएं है राज़ कितने
ख़ामोश से रहते हैं, पर अपने अंदर है
इक गहरा समंदर छुपाए
भाषा की बोली इनकी अलग सी होती
अपनी शीलाओं में अपनी इक सदी छुपाते
वन्य औषधियों का भंडार
रखतें गर्भ में अपने।

©Sarita Kumari Ravidas

#mountainsnearme ख़ामोश पर्वत

117 View

#शायरी

कौन कहता है बूढ़ों को इश्क का हक नहीं होता।

1,881 View

#भक्ति #शीश

#शीश के दानी की जय#

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यादों की किताब उठाकर देखी मैंने, 🥀🥺 पिछले साल तुम इन दिनों मेरे थे.🥀🥺 ©Raaj-E-Mohhabat

 यादों की किताब उठाकर देखी मैंने, 🥀🥺
पिछले साल तुम इन दिनों मेरे थे.🥀🥺

©Raaj-E-Mohhabat

यादों की किताब उठाकर देखी मैंने,

10 Love

 White ये पर्वत कहता तुम शीश उठाकर , 
तुम भी ऊँचे बन जाओ । 
ये सागर कहता तुम लहराकर , 
तेरे मन में जो गहराई सा उसको लाओ ।

तुम समझ रहे हो न वो क्या कहती है ,
तु उठ-उठ कर और गिर-गिर कर तटल तरंग सा ।
तु भर ले अपने इस मन में , 
तेरी मीठी-मीठी बोल और ये मृदुल उमंग सा ॥

पृथ्वी कहती के ये धैर्य को न छोड़ो , 
  इस सर पर भार कितना ही हो । 
नभ कहता फैलो इतना कि , 
तुम ढक लो ये सारा संसार को ॥

©Shivkumar

#mountain #Mountains #Nojoto #कविता ये #पर्वत कहता तुम शीश उठाकर , तुम भी #ऊँचे बन जाओ । ये #सागर कहता तुम लहराकर , तेरे मन में जो

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###एक नजर प्यार से उठाकर तो देखो###

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#कविता #mountainsnearme  इन पर्वतों में न जाने समाएं है राज़ कितने
ख़ामोश से रहते हैं, पर अपने अंदर है
इक गहरा समंदर छुपाए
भाषा की बोली इनकी अलग सी होती
अपनी शीलाओं में अपनी इक सदी छुपाते
वन्य औषधियों का भंडार
रखतें गर्भ में अपने।

©Sarita Kumari Ravidas

#mountainsnearme ख़ामोश पर्वत

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#शायरी

कौन कहता है बूढ़ों को इश्क का हक नहीं होता।

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