बातें तो कहीं अनजानी हैं,
मेरे दिल की धड़कन से अलग आनी है।
तू अपने मर्ज़ी से दूर हो रही है,
ये क्या वजह है, मुझसे क्यों नहीं कही है।
मैं समझूं या ना समझूं,
तेरे दिल के राज़ को, ये मुझसे कहना है।
क्या तू चाहती है मुझसे,
जो अब तक मैंने नहीं समझा है।
बस एक बात कह दे मुझे,
मैं खुद से ही तुझे समझना चाहता हूँ।
क्यों तू दूर हो रही है,
इस बात का तो कोई कारण बता ही दे।
तेरी ख्वाहिशों को समझने की चाह में,
मैं यहाँ खड़ा हूँ, रुका हूँ तेरी राह में।
कृपया तू मुझे बता दे,
क्यों दूर जा रही है, इसका वजह क्या है।
©Birbal Tudu
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