रचना दिनांक ४,,,,४,,,2024,,,
वार,, गुरुवार
समय सुबह पांच बजे
््््््निजविचार ््््
्््््छाया चित्र बहुत सुंदर लगते है कथन सच्चाई यह है,,
कि वह राहगीर और राहगीरों को राह
दिखाने वाले नगर शहर महानगर में यातायात व्यवस्था नियम और कानून व्यवस्था और नागरिक सम्मान ्््््
््््््
नगर सूरक्षाप्रहरी लगे निरन्तर प्रयास में घटनाओं से अवगत होकर
दूर्रघटनासे पीड़ित आम नागरिक का जीवन रक्षक प्रणाली सुधार है ।।
यातायात पर गतिरोध दूर हो मुसाफिर पर जिंदगी का रक्षक के भांति सुरक्षा कवच शक्ति सैनिक है आन बान और शान है,,
मेरास्वाभिमान हिन्दूस्तान है यह मंत्र शक्ति कवच शक्ति ईमानदार अफसर और जवान है।।
बाढ आंधी तुफान प्राकृतिक आपदाओं से सदैव तत्पर चौकस मुस्तैद है ,,
मानवता पर जिंदगी में अर्जुन लक्ष्य है।।
नगर और चौराहे पर सिग्नलों पर निर्भर करता है,,
जीवनसाथी जीवन का परिवार परिचय है
सूरक्षा है का जीवन रक्षकता में सजग प्रहरी है ।।
रक्षा पंक्ति में भावचित्र खिंचती हुई़ तस्वीर मेरे नगर और
कस्बे कीमहानगर की ओर हम हमारे साथ सबका साथ सबका विकास,, सहयोग भागीदारी में ही जरुरी है जिन्दगी लाजवाब है।।
श्रद्धा और आस्था और चिंतन में एक स्वर में यातायात पुलिस
और प्रशासन कर्त्तव्य परायणता में शंख नाद विगूल फूंक दिया है ।।
हम नागरिकको में भी हो अपने दायित्वों का अहसास हो तो,,
वह जुनून और प्रेरणा से जन्मा विचार ही सुन्दर जीवन सफल हो का नारा बुलंद हो गया है।।
आवो कदम उठाए बढाये उन्नति के लिए सब कुछ सबक लेकर सड़क सप्ताह मनाया गया,,
लक्ष्य से और भारत में सबसे विश्वसनीय सेवा में सर्व श्रेष्ठ सेवाएं हो प्यारा सा जीवन फूलों से सजाया गया है।।
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्््््कवि शैलेंद्र आनंद ््््
4,,,,,4,,,,2024,,,
©Shailendra Anand
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