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New शायरी और एहसास Status, Photo, Video

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White बुलन्दी देर तक किस शख़्स के हिस्से में रहती है, बहुत ऊँची इमारत हर घड़ी ख़तरे में रहती है॥ बहुत जी चाहता है क़ैद-ए-जाँ से हम निकल जाएँ, तुम्हारी याद भी लेकिन इसी मलबे में रहती है॥ यह ऐसा क़र्ज़ है जो मैं अदा कर ही नहीं सकता, मैं जब तक घर न लौटूँ मेरी माँ सजदे में रहती है॥ अमीरी रेशम-ओ-कमख़्वाब में नंगी नज़र आई, ग़रीबी शान से इक टाट के पर्दे में रहती है॥ मैं इन्साँ हूँ बहक जाना मेरी फ़ितरत में शामिल है, हवा भी उसको छू कर देर तक नश्शे में रहती है॥ मुहब्बत में परखने जाँचने से फ़ायदा क्या है, कमी थोड़ी-बहुत हर एक के शजरे में रहती है॥ ये अपने आप को तक़्सीम कर लेता है सूबों में, ख़राबी बस यही हर मुल्क के नक़्शे में रहती है॥ - मुनव्वर राना ©Saurav Kumar

#जिन्दगी #शायरी #एहसास #follow4follow #copyright  White बुलन्दी देर तक किस शख़्स के हिस्से में रहती है,
बहुत ऊँची इमारत हर घड़ी ख़तरे में रहती है॥

बहुत जी चाहता है क़ैद-ए-जाँ से हम निकल जाएँ,
तुम्हारी याद भी लेकिन इसी मलबे में रहती है॥

यह ऐसा क़र्ज़ है जो मैं अदा कर ही नहीं सकता,
मैं जब तक घर न लौटूँ मेरी माँ सजदे में रहती है॥

अमीरी रेशम-ओ-कमख़्वाब में नंगी नज़र आई,
ग़रीबी शान से इक टाट के पर्दे में रहती है॥

मैं इन्साँ हूँ बहक जाना मेरी फ़ितरत में शामिल है,
हवा भी उसको छू कर देर तक नश्शे में रहती है॥

मुहब्बत में परखने जाँचने से फ़ायदा क्या है,
कमी थोड़ी-बहुत हर एक के शजरे में रहती है॥

ये अपने आप को तक़्सीम कर लेता है सूबों में,
ख़राबी बस यही हर मुल्क के नक़्शे में रहती है॥


- मुनव्वर राना

©Saurav Kumar
 बिछड़ कर तूझसे ज़िंदगी कहां रह पाएगी ? 

जिंदगी अगर रह भी जाए तो फिर
मुझमें जिंदगी कहां रह पाएगी...??

©Madhur Nayan Mishra

#बिछड़ना #जिंदगी #प्यार #एहसास #शायरी #शायरी❤️से

117 View

#एहसास #विचार  झूठी आस

©jyoti kanwar
#शायरी  होली में भाई के माल पर रंग लगाइए अच्छा ना कईलू तू अच्छा ना कईलू तू

©Mddilkhus

शायरी और गजल शायरी और

90 View

#एहसास #लव  कभी शांति से बैठ कर एकांत में सोचना जरूर?
मोहब्बत में क्या सिर्फ हम ही थे मगरुर,
या फिर तुम में भी था कुछ एहसाह का शुरूर।

©srikant singh
#एहसास  दिन रात खयाल रहता है
दिल में बस ये सवाल रहता है
इतने हो के पास भी कुछ दूरी का एहसास रहता है
बस गए हैं दिलों में 
पा ली है जगह ज़िन्दगी में
फिर क्यों ये सवाल रहता है
क्यों दूरी का एहसास रहता है

©Dr  Supreet Singh

White बुलन्दी देर तक किस शख़्स के हिस्से में रहती है, बहुत ऊँची इमारत हर घड़ी ख़तरे में रहती है॥ बहुत जी चाहता है क़ैद-ए-जाँ से हम निकल जाएँ, तुम्हारी याद भी लेकिन इसी मलबे में रहती है॥ यह ऐसा क़र्ज़ है जो मैं अदा कर ही नहीं सकता, मैं जब तक घर न लौटूँ मेरी माँ सजदे में रहती है॥ अमीरी रेशम-ओ-कमख़्वाब में नंगी नज़र आई, ग़रीबी शान से इक टाट के पर्दे में रहती है॥ मैं इन्साँ हूँ बहक जाना मेरी फ़ितरत में शामिल है, हवा भी उसको छू कर देर तक नश्शे में रहती है॥ मुहब्बत में परखने जाँचने से फ़ायदा क्या है, कमी थोड़ी-बहुत हर एक के शजरे में रहती है॥ ये अपने आप को तक़्सीम कर लेता है सूबों में, ख़राबी बस यही हर मुल्क के नक़्शे में रहती है॥ - मुनव्वर राना ©Saurav Kumar

#जिन्दगी #शायरी #एहसास #follow4follow #copyright  White बुलन्दी देर तक किस शख़्स के हिस्से में रहती है,
बहुत ऊँची इमारत हर घड़ी ख़तरे में रहती है॥

बहुत जी चाहता है क़ैद-ए-जाँ से हम निकल जाएँ,
तुम्हारी याद भी लेकिन इसी मलबे में रहती है॥

यह ऐसा क़र्ज़ है जो मैं अदा कर ही नहीं सकता,
मैं जब तक घर न लौटूँ मेरी माँ सजदे में रहती है॥

अमीरी रेशम-ओ-कमख़्वाब में नंगी नज़र आई,
ग़रीबी शान से इक टाट के पर्दे में रहती है॥

मैं इन्साँ हूँ बहक जाना मेरी फ़ितरत में शामिल है,
हवा भी उसको छू कर देर तक नश्शे में रहती है॥

मुहब्बत में परखने जाँचने से फ़ायदा क्या है,
कमी थोड़ी-बहुत हर एक के शजरे में रहती है॥

ये अपने आप को तक़्सीम कर लेता है सूबों में,
ख़राबी बस यही हर मुल्क के नक़्शे में रहती है॥


- मुनव्वर राना

©Saurav Kumar
 बिछड़ कर तूझसे ज़िंदगी कहां रह पाएगी ? 

जिंदगी अगर रह भी जाए तो फिर
मुझमें जिंदगी कहां रह पाएगी...??

©Madhur Nayan Mishra

#बिछड़ना #जिंदगी #प्यार #एहसास #शायरी #शायरी❤️से

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#एहसास #विचार  झूठी आस

©jyoti kanwar
#शायरी  होली में भाई के माल पर रंग लगाइए अच्छा ना कईलू तू अच्छा ना कईलू तू

©Mddilkhus

शायरी और गजल शायरी और

90 View

#एहसास #लव  कभी शांति से बैठ कर एकांत में सोचना जरूर?
मोहब्बत में क्या सिर्फ हम ही थे मगरुर,
या फिर तुम में भी था कुछ एहसाह का शुरूर।

©srikant singh
#एहसास  दिन रात खयाल रहता है
दिल में बस ये सवाल रहता है
इतने हो के पास भी कुछ दूरी का एहसास रहता है
बस गए हैं दिलों में 
पा ली है जगह ज़िन्दगी में
फिर क्यों ये सवाल रहता है
क्यों दूरी का एहसास रहता है

©Dr  Supreet Singh
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