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New झंडा ऊँचा रहे हमारा कविता Status, Photo, Video

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#akshaya_tritiya_2024 #विचार  White {Bolo Ji Radhey Radhey}
*अक्षय रहे *सुख* आपका,
*अक्षय रहे *धन* आपका,
*अक्षय रहे *प्रेम* आपका,
*अक्षय रहे *स्वास्थ* आपका,
*अक्षय रहे *रिश्ता* हमारा 
अक्षय तृतीया की आपको 
और आपके सम्पूर्ण परिवार 
को *हार्दिक शुभकामनाएं ❤️
जय श्रीसीता राम जी।।

©N S Yadav GoldMine

#akshaya_tritiya_2024 {Bolo Ji Radhey Radhey} *अक्षय रहे *सुख* आपका, *अक्षय रहे *धन* आपका, *अक्षय रहे *प्रेम* आपका, *अक्षय रहे *स्वास्थ* आपक

135 View

#विचार

हमारा समाज

333 View

#शायरी  ऐसा पढ़ना भी क्या पढ़ना,मन की पुस्तक पढ़ न पाए,
भले चढ़े हों रोज हिमालय,घर की सीढ़ी चढ़ न पाए।

पता चला है बढ़े बहुत हैं,शोहरत भी है खूब कमाई,
लेकिन दिशा गलत थी उनकी,सही दिशा में बढ़ न पाए।

बाँट रहे थे मृदु मुस्कानें,मेरे हिस्से डाँट लिखी थी,
सोच रहा था उनसे लड़ना ,प्रेम विवश हम लड़ न पाए।

उनका ये सौभाग्य कहूँ या,अपना ही दुर्भाग्य कहूँ मैं,
दोष सभी थे उनके लेकिन,उनके मत्थे मढ़ न पाए।

थे शर्मीले हम स्वभाव से,प्रेम पत्र तक लिखे न हमने।
चंद्र रश्मियाँ चुगीं हमेशा,सपनें भी हम गढ़ न पाए।

                                   कवि-शिव गोपाल अवस्थी

©Shiv gopal awasthi

कविता

99 View

#जानकारी #Fountain #America #Shorts #Reels

दुनिया का सबसे ऊँचा Fountain ⛲ कौनसा है? #Shorts #Fountain #Reels #America

117 View

#कविता

14,247 View

#कविता

हमारा बसंत

126 View

#akshaya_tritiya_2024 #विचार  White {Bolo Ji Radhey Radhey}
*अक्षय रहे *सुख* आपका,
*अक्षय रहे *धन* आपका,
*अक्षय रहे *प्रेम* आपका,
*अक्षय रहे *स्वास्थ* आपका,
*अक्षय रहे *रिश्ता* हमारा 
अक्षय तृतीया की आपको 
और आपके सम्पूर्ण परिवार 
को *हार्दिक शुभकामनाएं ❤️
जय श्रीसीता राम जी।।

©N S Yadav GoldMine

#akshaya_tritiya_2024 {Bolo Ji Radhey Radhey} *अक्षय रहे *सुख* आपका, *अक्षय रहे *धन* आपका, *अक्षय रहे *प्रेम* आपका, *अक्षय रहे *स्वास्थ* आपक

135 View

#विचार

हमारा समाज

333 View

#शायरी  ऐसा पढ़ना भी क्या पढ़ना,मन की पुस्तक पढ़ न पाए,
भले चढ़े हों रोज हिमालय,घर की सीढ़ी चढ़ न पाए।

पता चला है बढ़े बहुत हैं,शोहरत भी है खूब कमाई,
लेकिन दिशा गलत थी उनकी,सही दिशा में बढ़ न पाए।

बाँट रहे थे मृदु मुस्कानें,मेरे हिस्से डाँट लिखी थी,
सोच रहा था उनसे लड़ना ,प्रेम विवश हम लड़ न पाए।

उनका ये सौभाग्य कहूँ या,अपना ही दुर्भाग्य कहूँ मैं,
दोष सभी थे उनके लेकिन,उनके मत्थे मढ़ न पाए।

थे शर्मीले हम स्वभाव से,प्रेम पत्र तक लिखे न हमने।
चंद्र रश्मियाँ चुगीं हमेशा,सपनें भी हम गढ़ न पाए।

                                   कवि-शिव गोपाल अवस्थी

©Shiv gopal awasthi

कविता

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#जानकारी #Fountain #America #Shorts #Reels

दुनिया का सबसे ऊँचा Fountain ⛲ कौनसा है? #Shorts #Fountain #Reels #America

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#कविता

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