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New 'यौमे आज़ादी' Status, Photo, Video

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White कब तक और कितना सहेंगे हम। और कितनी कुर्बानियाँ देनी पड़ेंगी हमें इस देश को ये बताने के लिए कि हमारे साथ होने वाले हर हादसे के पीछे हमारा घर से अकेले बाहर निकलना नहीं है,हमारा छोटे कपड़े पहनना नहीं है। खोट हममें नहीं खोट ऐसे लोगों की सोच में है। ऐसे ही लोगों की वजह से हम लड़कियों को कई पाबंदियों को सामना करना पड़ता है। आख़िर क्यों हमारे देश के कानून में इतनी ताक़त भी नहीं है कि अपराधी को कड़ी से कड़ी सज़ा दे सके। मैं जानती हूँ मेरे इस पोस्ट को कोई शायद पूरा पढ़े भी नहीं,शायद आगे भी ना पहुँचाए। मुझे तब भी कोई दुःख नहीं होगा। मगर मुझे इस बात का दुःख ज़रूर होगा अगर इस देश के लोग आवाज़ उठाकर फिर से चुप बैठ गए तो। ©Umme Habiba

#happy_independence_day #विचार #thoughtoftheday #nojotohindi #MyThoughts  White  कब तक और कितना सहेंगे हम। और कितनी कुर्बानियाँ देनी पड़ेंगी हमें इस देश को ये बताने के लिए कि हमारे साथ होने वाले हर हादसे के पीछे हमारा घर से अकेले बाहर निकलना नहीं है,हमारा छोटे कपड़े पहनना नहीं है। खोट हममें नहीं खोट ऐसे लोगों की सोच में है। ऐसे ही लोगों की वजह से हम लड़कियों को कई पाबंदियों को सामना करना पड़ता है। आख़िर क्यों हमारे देश के कानून में इतनी ताक़त भी नहीं है कि अपराधी को कड़ी से कड़ी सज़ा दे सके। मैं जानती हूँ मेरे इस पोस्ट को कोई शायद पूरा पढ़े भी नहीं,शायद आगे भी ना पहुँचाए। मुझे तब भी कोई दुःख नहीं होगा। मगर मुझे इस बात का दुःख ज़रूर होगा अगर इस देश के लोग आवाज़ उठाकर फिर से चुप बैठ गए तो।

©Umme Habiba

ये कैसी आज़ादी है #Trending #Nojoto #nojotohindi #thought #MyThoughts #thoughtoftheday #happy_independence_day @Niaz (Harf) Dr. uvsays Ans

29 Love

#badalsinghkalamgar #कविता #Independence #Indian

आज़ादी का अमृत महोत्सव।। #badalsinghkalamgar #Poetry #Indian #Independence #Nojoto देशभक्ति कविताएँ देशभक्ति कविता गुरु देव[Alone Shayar]

108 View

#Independence #Sawal

ये कैसी आज़ादी #Independence #Sawal '15 अगस्त पर शायरी'

144 View

#happy_independence_day #Bhakti  White सैन्य छावनी मेरठ से, 
हुंकार उठी आज़ादी की। 
सन सत्तावन का दौर था वो,
जब झांसी की महारानी थी। 
क्रांति की वो लहर थी जिसमे,
आज़ादी बस पानी थी। 
सत्तावन से सैतालिस तक, 
सबकी एक कहानी थी।
हां,, आज़ादी ही पानी थी,
हां आज़ादी जी पानी थी।

श्रद्धा ' मीरा '

©आगाज़

आज़ादी #happy_independence_day desh bhakti geet desh bhakti shayari

126 View

#वीडियो #NojotoFilms #Niaz

"आज़ादी। https://youtu.be/wPb6D7iDuOU #Niaz #Nojoto #nojotovideo

1.41 Lac View

#यौमे आशूरा ऊंटों की नंगी पीठ पर सवार थी सय्येदात खंजर दिखा दिखाकर डराता था उन्हें जल्लाद।। गले में टोंक,थी पैरों में बेड़ियां मजलूम इमामेअबा खड़े थे सर झुका।। बेकसूर थे मासूम,सारे शोहोदा हंसते थे जालिम कर करके अधमरा।। चलाया हरम ए शब्बीर भरे बाजार ए शाम बेपरदा दरबार ए यजीद खड़े किए,’मोहसिन’ बांधे रसन सबको तन्हां।। आया मदीना लुट कर जब काफिला ए शहंशाह यजीदियत को रौंदकर हुसैनियत थी मरहबा।। ✍️✍️मुर्तजा’मोहसिन’ ©Murtaza Ali

#यौमे  #यौमे आशूरा
ऊंटों की नंगी पीठ पर सवार थी सय्येदात 
खंजर दिखा दिखाकर डराता था उन्हें जल्लाद।।
गले में टोंक,थी पैरों में बेड़ियां
मजलूम इमामेअबा खड़े थे सर झुका।।
बेकसूर थे मासूम,सारे शोहोदा
हंसते थे जालिम कर करके अधमरा।।
चलाया हरम ए शब्बीर
भरे बाजार ए शाम बेपरदा 
दरबार ए यजीद खड़े किए,’मोहसिन’
बांधे रसन सबको तन्हां।।
आया मदीना लुट कर 
जब काफिला ए शहंशाह
यजीदियत को रौंदकर 
हुसैनियत थी मरहबा।।
✍️✍️मुर्तजा’मोहसिन’

©Murtaza Ali

# यौमे आशूरा

15 Love

White कब तक और कितना सहेंगे हम। और कितनी कुर्बानियाँ देनी पड़ेंगी हमें इस देश को ये बताने के लिए कि हमारे साथ होने वाले हर हादसे के पीछे हमारा घर से अकेले बाहर निकलना नहीं है,हमारा छोटे कपड़े पहनना नहीं है। खोट हममें नहीं खोट ऐसे लोगों की सोच में है। ऐसे ही लोगों की वजह से हम लड़कियों को कई पाबंदियों को सामना करना पड़ता है। आख़िर क्यों हमारे देश के कानून में इतनी ताक़त भी नहीं है कि अपराधी को कड़ी से कड़ी सज़ा दे सके। मैं जानती हूँ मेरे इस पोस्ट को कोई शायद पूरा पढ़े भी नहीं,शायद आगे भी ना पहुँचाए। मुझे तब भी कोई दुःख नहीं होगा। मगर मुझे इस बात का दुःख ज़रूर होगा अगर इस देश के लोग आवाज़ उठाकर फिर से चुप बैठ गए तो। ©Umme Habiba

#happy_independence_day #विचार #thoughtoftheday #nojotohindi #MyThoughts  White  कब तक और कितना सहेंगे हम। और कितनी कुर्बानियाँ देनी पड़ेंगी हमें इस देश को ये बताने के लिए कि हमारे साथ होने वाले हर हादसे के पीछे हमारा घर से अकेले बाहर निकलना नहीं है,हमारा छोटे कपड़े पहनना नहीं है। खोट हममें नहीं खोट ऐसे लोगों की सोच में है। ऐसे ही लोगों की वजह से हम लड़कियों को कई पाबंदियों को सामना करना पड़ता है। आख़िर क्यों हमारे देश के कानून में इतनी ताक़त भी नहीं है कि अपराधी को कड़ी से कड़ी सज़ा दे सके। मैं जानती हूँ मेरे इस पोस्ट को कोई शायद पूरा पढ़े भी नहीं,शायद आगे भी ना पहुँचाए। मुझे तब भी कोई दुःख नहीं होगा। मगर मुझे इस बात का दुःख ज़रूर होगा अगर इस देश के लोग आवाज़ उठाकर फिर से चुप बैठ गए तो।

©Umme Habiba

ये कैसी आज़ादी है #Trending #Nojoto #nojotohindi #thought #MyThoughts #thoughtoftheday #happy_independence_day @Niaz (Harf) Dr. uvsays Ans

29 Love

#badalsinghkalamgar #कविता #Independence #Indian

आज़ादी का अमृत महोत्सव।। #badalsinghkalamgar #Poetry #Indian #Independence #Nojoto देशभक्ति कविताएँ देशभक्ति कविता गुरु देव[Alone Shayar]

108 View

#Independence #Sawal

ये कैसी आज़ादी #Independence #Sawal '15 अगस्त पर शायरी'

144 View

#happy_independence_day #Bhakti  White सैन्य छावनी मेरठ से, 
हुंकार उठी आज़ादी की। 
सन सत्तावन का दौर था वो,
जब झांसी की महारानी थी। 
क्रांति की वो लहर थी जिसमे,
आज़ादी बस पानी थी। 
सत्तावन से सैतालिस तक, 
सबकी एक कहानी थी।
हां,, आज़ादी ही पानी थी,
हां आज़ादी जी पानी थी।

श्रद्धा ' मीरा '

©आगाज़

आज़ादी #happy_independence_day desh bhakti geet desh bhakti shayari

126 View

#वीडियो #NojotoFilms #Niaz

"आज़ादी। https://youtu.be/wPb6D7iDuOU #Niaz #Nojoto #nojotovideo

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#यौमे आशूरा ऊंटों की नंगी पीठ पर सवार थी सय्येदात खंजर दिखा दिखाकर डराता था उन्हें जल्लाद।। गले में टोंक,थी पैरों में बेड़ियां मजलूम इमामेअबा खड़े थे सर झुका।। बेकसूर थे मासूम,सारे शोहोदा हंसते थे जालिम कर करके अधमरा।। चलाया हरम ए शब्बीर भरे बाजार ए शाम बेपरदा दरबार ए यजीद खड़े किए,’मोहसिन’ बांधे रसन सबको तन्हां।। आया मदीना लुट कर जब काफिला ए शहंशाह यजीदियत को रौंदकर हुसैनियत थी मरहबा।। ✍️✍️मुर्तजा’मोहसिन’ ©Murtaza Ali

#यौमे  #यौमे आशूरा
ऊंटों की नंगी पीठ पर सवार थी सय्येदात 
खंजर दिखा दिखाकर डराता था उन्हें जल्लाद।।
गले में टोंक,थी पैरों में बेड़ियां
मजलूम इमामेअबा खड़े थे सर झुका।।
बेकसूर थे मासूम,सारे शोहोदा
हंसते थे जालिम कर करके अधमरा।।
चलाया हरम ए शब्बीर
भरे बाजार ए शाम बेपरदा 
दरबार ए यजीद खड़े किए,’मोहसिन’
बांधे रसन सबको तन्हां।।
आया मदीना लुट कर 
जब काफिला ए शहंशाह
यजीदियत को रौंदकर 
हुसैनियत थी मरहबा।।
✍️✍️मुर्तजा’मोहसिन’

©Murtaza Ali

# यौमे आशूरा

15 Love

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