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#AakhriAlvida #Reels #Poet #poem  @mr.happy✍️

किंशुक फुले हैं लाल-लाल,सरसो पीली फूली है नव बसन्त-मय फागुन लख कर,रसा प्रकृति संग झूली है होली पर्व अर्चना प्रमुदित,पट केसरिया पहन करो होवे यह ऋतुराज प्रफुल्लित,डाह-होलिका दहन करो नए अन्न की पूजा कर लो,आई है यह मनहर होली खाओ -खेलो,हंसो -हंसा लो,बोलो प्रिय अमृत बोली सांसारिक प्रपंच को भूलो,राग-द्वेष का हनन करो नव निर्माण देश का होवे ,डाह-होलिका दहन करो विहारो लिए संग में अपने,प्रेम-गुलाल भरी झोली उठे एकता लहार तरंगित,सुदृढ़ रहे मानव-टोली चाहे कुछ भी हो जाए किन्तु तुम,साँच मार्ग को ग्रहण करो मानवता दिखला दो जग को ,डाह-होलिका दहन करो गाओ फाग उमंगित होकर,चले प्यार रंग पिचकारी उड़े गुलाल-अबीर चतुर्दिक,महके सुख की फुलवारी जीयो और जिलाओ सब को,नए वर्ष का नमन करो भारत के उत्थान हेतु नित,डाह-होलिका दहन करो सतयुग में प्रह्लाद इसी दिन,जा बैठा अंगारो पर इससे पहले कई बार वह, चला शस्त्र की धारों पर नरसिंह सा नेता पाने को,कष्ट अनेकों सहन करो राम-राम रटते निशि-बासर,डाह-होलिका दहन करो। ©Rishi Ranjan

#holikadahan #Poet #Holi #poem  किंशुक फुले हैं लाल-लाल,सरसो पीली फूली है
नव बसन्त-मय फागुन लख कर,रसा प्रकृति संग झूली है
होली पर्व अर्चना प्रमुदित,पट केसरिया पहन करो
होवे यह ऋतुराज प्रफुल्लित,डाह-होलिका दहन करो

नए अन्न की पूजा कर लो,आई है यह मनहर होली
खाओ -खेलो,हंसो -हंसा लो,बोलो प्रिय अमृत बोली
सांसारिक प्रपंच को भूलो,राग-द्वेष का हनन करो
नव निर्माण देश का होवे ,डाह-होलिका दहन करो

विहारो लिए संग में अपने,प्रेम-गुलाल भरी झोली
उठे एकता लहार तरंगित,सुदृढ़ रहे मानव-टोली
चाहे कुछ भी हो जाए किन्तु तुम,साँच मार्ग को ग्रहण करो
मानवता दिखला दो जग को ,डाह-होलिका दहन करो

गाओ फाग उमंगित होकर,चले प्यार रंग पिचकारी
उड़े गुलाल-अबीर चतुर्दिक,महके सुख की फुलवारी
जीयो और जिलाओ सब को,नए वर्ष का नमन करो
भारत के उत्थान हेतु नित,डाह-होलिका दहन करो

सतयुग में प्रह्लाद इसी दिन,जा बैठा अंगारो पर
इससे पहले कई बार वह, चला शस्त्र की धारों पर
नरसिंह सा नेता पाने को,कष्ट अनेकों सहन करो
राम-राम रटते निशि-बासर,डाह-होलिका दहन करो।

©Rishi Ranjan

#holikadahan #poem #Life #Poet #Holi

12 Love

#شاعری #Poet #poem #urdu #SAD  

©Mⁿ Wʳⁱᵗᵉˢ

#urdu #poem #SAD #Poet

171 View

#शायरी #stairs #Comdey #short #Poet
#Poet #poem

market..!!.. @R.J.LAIK.. #nojoto #Poet #poem

126 View

#शायरी #poetry_addicts #relaxation #Poet #poem  हम जो अब आदमी हैं पहले कभी 
जाम होंगे छलक गए होंगे

हज़रत जौन एलिया

©साहित्य संजीवनी
#AakhriAlvida #Reels #Poet #poem  @mr.happy✍️

किंशुक फुले हैं लाल-लाल,सरसो पीली फूली है नव बसन्त-मय फागुन लख कर,रसा प्रकृति संग झूली है होली पर्व अर्चना प्रमुदित,पट केसरिया पहन करो होवे यह ऋतुराज प्रफुल्लित,डाह-होलिका दहन करो नए अन्न की पूजा कर लो,आई है यह मनहर होली खाओ -खेलो,हंसो -हंसा लो,बोलो प्रिय अमृत बोली सांसारिक प्रपंच को भूलो,राग-द्वेष का हनन करो नव निर्माण देश का होवे ,डाह-होलिका दहन करो विहारो लिए संग में अपने,प्रेम-गुलाल भरी झोली उठे एकता लहार तरंगित,सुदृढ़ रहे मानव-टोली चाहे कुछ भी हो जाए किन्तु तुम,साँच मार्ग को ग्रहण करो मानवता दिखला दो जग को ,डाह-होलिका दहन करो गाओ फाग उमंगित होकर,चले प्यार रंग पिचकारी उड़े गुलाल-अबीर चतुर्दिक,महके सुख की फुलवारी जीयो और जिलाओ सब को,नए वर्ष का नमन करो भारत के उत्थान हेतु नित,डाह-होलिका दहन करो सतयुग में प्रह्लाद इसी दिन,जा बैठा अंगारो पर इससे पहले कई बार वह, चला शस्त्र की धारों पर नरसिंह सा नेता पाने को,कष्ट अनेकों सहन करो राम-राम रटते निशि-बासर,डाह-होलिका दहन करो। ©Rishi Ranjan

#holikadahan #Poet #Holi #poem  किंशुक फुले हैं लाल-लाल,सरसो पीली फूली है
नव बसन्त-मय फागुन लख कर,रसा प्रकृति संग झूली है
होली पर्व अर्चना प्रमुदित,पट केसरिया पहन करो
होवे यह ऋतुराज प्रफुल्लित,डाह-होलिका दहन करो

नए अन्न की पूजा कर लो,आई है यह मनहर होली
खाओ -खेलो,हंसो -हंसा लो,बोलो प्रिय अमृत बोली
सांसारिक प्रपंच को भूलो,राग-द्वेष का हनन करो
नव निर्माण देश का होवे ,डाह-होलिका दहन करो

विहारो लिए संग में अपने,प्रेम-गुलाल भरी झोली
उठे एकता लहार तरंगित,सुदृढ़ रहे मानव-टोली
चाहे कुछ भी हो जाए किन्तु तुम,साँच मार्ग को ग्रहण करो
मानवता दिखला दो जग को ,डाह-होलिका दहन करो

गाओ फाग उमंगित होकर,चले प्यार रंग पिचकारी
उड़े गुलाल-अबीर चतुर्दिक,महके सुख की फुलवारी
जीयो और जिलाओ सब को,नए वर्ष का नमन करो
भारत के उत्थान हेतु नित,डाह-होलिका दहन करो

सतयुग में प्रह्लाद इसी दिन,जा बैठा अंगारो पर
इससे पहले कई बार वह, चला शस्त्र की धारों पर
नरसिंह सा नेता पाने को,कष्ट अनेकों सहन करो
राम-राम रटते निशि-बासर,डाह-होलिका दहन करो।

©Rishi Ranjan

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#शायरी #poetry_addicts #relaxation #Poet #poem  हम जो अब आदमी हैं पहले कभी 
जाम होंगे छलक गए होंगे

हज़रत जौन एलिया

©साहित्य संजीवनी
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