White कितने दिन गुज़र गए..., मगर उन दिनों में एक भी सेकंड ऐसा नहीं गुज़रा जिसमें तुम्हारा ख्याल नहीं था…तुम जिंदगी से तो बेपरवाही से चले गए, मगर ज़ेहन से आज भी नहीं गए …आज तक कोई एक भी रात ऐसी नहीं हुई जो तुम्हारी यादों से आंख नम किए बिना गुज़र गई हो, ना ही कोई सुबह ऐसी हुई है जो तुम्हें सोचे बग़ैर शुरू हुई हो..!!
…..रोना तुम्हारी कमी पर नहीं आता है, रोना आता है जब याद आता है कि खुद को कितना गिराया था तुम्हारे सामने, कितनी भीख मांगी थी कि मुझे ऐसे मत छोड़ो पर तुमने एक नहीं सुनी थी ... कैसे भूल जाऊंगी कि तुम मुझे रोता गिड़गिड़ाता छोड़ कर चले गए थे, अपनी ज़िद में !
आज अक़्सर सोचता हूं, कभी अचानक अगर तुम सामने आ गए तो क्या होगा ... मैं शायद तुमसे नज़र फेर लूं ..दुआ करना कि अब कभी तुम्हारा मुझसे सामना न हो, क्यूंकि मेरी शक्ल में जो पत्थर तुम्हें मिलेगा उसका बोझ तुम उठा नहीं पाओगे …दुआ करना कि अब कभी तुम्हारा मुझसे सामना न हो .. ये बात और है कि आज भी मैं तुम्हें बेहद प्यार करती हूँ !!
©divya jha
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