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#वीडियो #Trending #viral

100 करोड़ रुपए के गहनों से होता है राधा कृष्ण का श्रृंगार यहां पर #nojoto #viral #Trending

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#motivation_for_life #rohanroymotivation #dailymotivation #Motivational #inspirdaily #RohanRoy  White यह गहन सच्चाई है, कि देखने का नजरिया और सोचने के तरीके को बदल देने से ही, 
पूरा विश्व बदला हुआ दिखाई पड़ता है। 
जब समस्याओं को देखना 
और समस्याओं को सुनना, छोड़ देते हैं।

©Rohan Roy

यह गहन सच्चाई है, कि देखने का नजरिया और सोचने के तरीके को बदल देने से | #RohanRoy | #dailymotivation | #inspirdaily | #motivation_for_life |

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White ग़ज़ल भाई-भाई से रार मत करना ।।  घर की इज़्ज़त पे वार मत करना  जान भी माँग ले अगर भाई । तो यक़ीं तार तार मत करना ।। जो न समझे यहाँ वफ़ा तेरी । तू कभी उससे प्यार मत करना ।। माफ़ इस बार हो ख़ता मेरी । बाद बेशक दुलार मत करना ।। क़समों वादों को जो भुला डाले उसका फिर इंतजार मत करना ।। कितना कुछ है खाने को दुनिया में । देख अब तू शिकार मत करना ।। खुद को खुद की नज़र न लग जाये । इस तरह से शृंगार मत करना ।। सबका सम्मान हो बराबर से । मन में पैदा विकार मत करना ।। प्रेम अनमोल है प्रखर गहना । इसका  तू  कारोबार मत करना ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#शायरी  White ग़ज़ल
भाई-भाई से रार मत करना ।। 
घर की इज़्ज़त पे वार मत करना 
जान भी माँग ले अगर भाई ।
तो यक़ीं तार तार मत करना ।।
जो न समझे यहाँ वफ़ा तेरी ।
तू कभी उससे प्यार मत करना ।।
माफ़ इस बार हो ख़ता मेरी ।
बाद बेशक दुलार मत करना ।।
क़समों वादों को जो भुला डाले
उसका फिर इंतजार मत करना ।।
कितना कुछ है खाने को दुनिया में ।
देख अब तू शिकार मत करना ।।
खुद को खुद की नज़र न लग जाये ।
इस तरह से शृंगार मत करना ।।
सबका सम्मान हो बराबर से ।
मन में पैदा विकार मत करना ।।
प्रेम अनमोल है प्रखर गहना ।
इसका  तू  कारोबार मत करना ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल भाई-भाई से रार मत करना ।।  घर की इज़्ज़त पे वार मत करना 

12 Love

#Wochaand  उस रात के सन्नाटे में, जब चाँदनी ने चादर बिछाई,
चाँद अकेला बैठा था, तारों में थी उसकी परछाई।

मन की गहराइयों में झांकता, दिल को देता शांति अपार,
हर रूप में कहानी कहता, वो चाँद था बेहद प्यारा।

कभी मुरझाता, कभी मुस्कुराता, कभी खोता, कभी चमकता,
हर रात नया रंग दिखाता, चाँद का सौंदर्य सबको भाता।

रोशनी में बसा संसार, सपनों का जैसे बाजार,
हर मनुष्य ढूंढता यहां, अपने दिल का सच्चा प्यार।

रात की रानी के गहनों में, चमकता वो चाँद सुहाना,
हर दिल की धड़कन में, धड़कता चाँद का अफसाना।

इस नीरव रात में, चाँद हमें याद दिलाता है,
अंधकार के बीच भी, रोशनी का अस्तित्व होता है।

©Nirankar Trivedi

उस रात के सन्नाटे में, जब चाँदनी ने चादर बिछाई, चाँद अकेला बैठा था, तारों में थी उसकी परछाई। मन की गहराइयों में झांकता, दिल को देता शांति अ

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विधा      गीत  :- हंसगति छन्द  इनकी उनकी बात , आज क्यों करना । अपने मन के घाव , स्वयं है भरना ।। इनकी उनकी बात ... हम सब में है प्यार , और क्या लेना । इन्हें बताओ आप , आज सच है ना ।। जीवन है अनमोल , मानता गहना । खुशी मिलेगी आप , खोजते रहना ।। इनकी उनकी बात .... कैसे करूँ विचार , बात पे उनकी । छुपा हुआ है स्वार्थ , बात में जिनकी ।। रहकर इनके साथ , नहीं है डरना । इन्हें डूबकर स्वयं , एक दिन मरना ।। इनकी उनकी बात... डाल हमीं में फूट , मजे ये लेते । देकर आने चार , आठ ले लेते ।। धन की इन्हें बखार , नित्य है भरना । सुनकर दिलकी बात , साथ तब चलना ।।।। इनकी उनकी बात ... इनकी उनकी बात , आज क्यों करना । अपने मन के घाव , स्वयं है भरना ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  विधा      गीत  :- हंसगति छन्द 

इनकी उनकी बात , आज क्यों करना ।
अपने मन के घाव , स्वयं है भरना ।।
इनकी उनकी बात ...

हम सब में है प्यार , और क्या लेना ।
इन्हें बताओ आप , आज सच है ना ।।
जीवन है अनमोल , मानता गहना ।
खुशी मिलेगी आप , खोजते रहना ।।
इनकी उनकी बात ....

कैसे करूँ विचार , बात पे उनकी ।
छुपा हुआ है स्वार्थ , बात में जिनकी ।।
रहकर इनके साथ , नहीं है डरना ।
इन्हें डूबकर स्वयं , एक दिन मरना ।।
इनकी उनकी बात...

डाल हमीं में फूट , मजे ये लेते ।
देकर आने चार , आठ ले लेते ।।
धन की इन्हें बखार , नित्य है भरना ।
सुनकर दिलकी बात , साथ तब चलना ।।।।
इनकी उनकी बात ...

इनकी उनकी बात , आज क्यों करना ।
अपने मन के घाव , स्वयं है भरना ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

विधा      गीत  :- हंसगति छन्द  इनकी उनकी बात , आज क्यों करना । अपने मन के घाव , स्वयं है भरना ।। इनकी उनकी बात ... हम सब में है प्यार , और

12 Love

#मोटिवेशनल #रिश्तो  रिश्तो की गहनता  Dr.jagriti

#रिश्तो की गहनता

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#वीडियो #Trending #viral

100 करोड़ रुपए के गहनों से होता है राधा कृष्ण का श्रृंगार यहां पर #nojoto #viral #Trending

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#motivation_for_life #rohanroymotivation #dailymotivation #Motivational #inspirdaily #RohanRoy  White यह गहन सच्चाई है, कि देखने का नजरिया और सोचने के तरीके को बदल देने से ही, 
पूरा विश्व बदला हुआ दिखाई पड़ता है। 
जब समस्याओं को देखना 
और समस्याओं को सुनना, छोड़ देते हैं।

©Rohan Roy

यह गहन सच्चाई है, कि देखने का नजरिया और सोचने के तरीके को बदल देने से | #RohanRoy | #dailymotivation | #inspirdaily | #motivation_for_life |

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White ग़ज़ल भाई-भाई से रार मत करना ।।  घर की इज़्ज़त पे वार मत करना  जान भी माँग ले अगर भाई । तो यक़ीं तार तार मत करना ।। जो न समझे यहाँ वफ़ा तेरी । तू कभी उससे प्यार मत करना ।। माफ़ इस बार हो ख़ता मेरी । बाद बेशक दुलार मत करना ।। क़समों वादों को जो भुला डाले उसका फिर इंतजार मत करना ।। कितना कुछ है खाने को दुनिया में । देख अब तू शिकार मत करना ।। खुद को खुद की नज़र न लग जाये । इस तरह से शृंगार मत करना ।। सबका सम्मान हो बराबर से । मन में पैदा विकार मत करना ।। प्रेम अनमोल है प्रखर गहना । इसका  तू  कारोबार मत करना ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#शायरी  White ग़ज़ल
भाई-भाई से रार मत करना ।। 
घर की इज़्ज़त पे वार मत करना 
जान भी माँग ले अगर भाई ।
तो यक़ीं तार तार मत करना ।।
जो न समझे यहाँ वफ़ा तेरी ।
तू कभी उससे प्यार मत करना ।।
माफ़ इस बार हो ख़ता मेरी ।
बाद बेशक दुलार मत करना ।।
क़समों वादों को जो भुला डाले
उसका फिर इंतजार मत करना ।।
कितना कुछ है खाने को दुनिया में ।
देख अब तू शिकार मत करना ।।
खुद को खुद की नज़र न लग जाये ।
इस तरह से शृंगार मत करना ।।
सबका सम्मान हो बराबर से ।
मन में पैदा विकार मत करना ।।
प्रेम अनमोल है प्रखर गहना ।
इसका  तू  कारोबार मत करना ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

ग़ज़ल भाई-भाई से रार मत करना ।।  घर की इज़्ज़त पे वार मत करना 

12 Love

#Wochaand  उस रात के सन्नाटे में, जब चाँदनी ने चादर बिछाई,
चाँद अकेला बैठा था, तारों में थी उसकी परछाई।

मन की गहराइयों में झांकता, दिल को देता शांति अपार,
हर रूप में कहानी कहता, वो चाँद था बेहद प्यारा।

कभी मुरझाता, कभी मुस्कुराता, कभी खोता, कभी चमकता,
हर रात नया रंग दिखाता, चाँद का सौंदर्य सबको भाता।

रोशनी में बसा संसार, सपनों का जैसे बाजार,
हर मनुष्य ढूंढता यहां, अपने दिल का सच्चा प्यार।

रात की रानी के गहनों में, चमकता वो चाँद सुहाना,
हर दिल की धड़कन में, धड़कता चाँद का अफसाना।

इस नीरव रात में, चाँद हमें याद दिलाता है,
अंधकार के बीच भी, रोशनी का अस्तित्व होता है।

©Nirankar Trivedi

उस रात के सन्नाटे में, जब चाँदनी ने चादर बिछाई, चाँद अकेला बैठा था, तारों में थी उसकी परछाई। मन की गहराइयों में झांकता, दिल को देता शांति अ

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विधा      गीत  :- हंसगति छन्द  इनकी उनकी बात , आज क्यों करना । अपने मन के घाव , स्वयं है भरना ।। इनकी उनकी बात ... हम सब में है प्यार , और क्या लेना । इन्हें बताओ आप , आज सच है ना ।। जीवन है अनमोल , मानता गहना । खुशी मिलेगी आप , खोजते रहना ।। इनकी उनकी बात .... कैसे करूँ विचार , बात पे उनकी । छुपा हुआ है स्वार्थ , बात में जिनकी ।। रहकर इनके साथ , नहीं है डरना । इन्हें डूबकर स्वयं , एक दिन मरना ।। इनकी उनकी बात... डाल हमीं में फूट , मजे ये लेते । देकर आने चार , आठ ले लेते ।। धन की इन्हें बखार , नित्य है भरना । सुनकर दिलकी बात , साथ तब चलना ।।।। इनकी उनकी बात ... इनकी उनकी बात , आज क्यों करना । अपने मन के घाव , स्वयं है भरना ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

#कविता  विधा      गीत  :- हंसगति छन्द 

इनकी उनकी बात , आज क्यों करना ।
अपने मन के घाव , स्वयं है भरना ।।
इनकी उनकी बात ...

हम सब में है प्यार , और क्या लेना ।
इन्हें बताओ आप , आज सच है ना ।।
जीवन है अनमोल , मानता गहना ।
खुशी मिलेगी आप , खोजते रहना ।।
इनकी उनकी बात ....

कैसे करूँ विचार , बात पे उनकी ।
छुपा हुआ है स्वार्थ , बात में जिनकी ।।
रहकर इनके साथ , नहीं है डरना ।
इन्हें डूबकर स्वयं , एक दिन मरना ।।
इनकी उनकी बात...

डाल हमीं में फूट , मजे ये लेते ।
देकर आने चार , आठ ले लेते ।।
धन की इन्हें बखार , नित्य है भरना ।
सुनकर दिलकी बात , साथ तब चलना ।।।।
इनकी उनकी बात ...

इनकी उनकी बात , आज क्यों करना ।
अपने मन के घाव , स्वयं है भरना ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR

विधा      गीत  :- हंसगति छन्द  इनकी उनकी बात , आज क्यों करना । अपने मन के घाव , स्वयं है भरना ।। इनकी उनकी बात ... हम सब में है प्यार , और

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#मोटिवेशनल #रिश्तो  रिश्तो की गहनता  Dr.jagriti

#रिश्तो की गहनता

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