शुरूआत निगाहों निगाहों में उनसे बात हुई.. कुछ पलो | हिंदी विचार
"शुरूआत
निगाहों निगाहों में उनसे बात हुई..
कुछ पलों में ठहरा, कुछ पलों में मुलाक़ात हुई...
ऐसा, लग तो रहा था कि सदियां बीत गई थीं उन लम्हतों में...
पर उस खोटे सलीके नींद से जागे तो ....
जहां खड़े थे ज़िन्दगी के मोड़ पर, वहीं फिर से शुरूआत हुई।"
शुरूआत
निगाहों निगाहों में उनसे बात हुई..
कुछ पलों में ठहरा, कुछ पलों में मुलाक़ात हुई...
ऐसा, लग तो रहा था कि सदियां बीत गई थीं उन लम्हतों में...
पर उस खोटे सलीके नींद से जागे तो ....
जहां खड़े थे ज़िन्दगी के मोड़ पर, वहीं फिर से शुरूआत हुई।