युवा शक्ति (दोहे)
युवा शक्ति अनमोल है, चलें उचित रफ़्तार।
कर सुकर्म जो बढ़ रहे, हो उनका विस्तार।।
मात पिता का फर्ज़ है, उनको दें संस्कार।
गलत दिशा भटकें नहीं, दोष करें स्वीकार।।
युवा शक्ति को है परख, हो कैसा व्यवहार।
सही बात पर हों अटल, गलत बात पर वार।।
भटक गए कुछ हैं अभी, देते हैं आघात।
युवा शक्ति पर चोट है, मुश्किल हैं हालात।।
युवा शक्ति अब मोहती, फैंक प्रेम के जाल।
जो भी इसमें है फँसी, होती बाद हलाल।।
संस्कारों को छोड़ कर, नित्य करें ये काम।
मात पिता को कर दुखी, खूब डुबाते नाम।।
...........................................................
देवेश दीक्षित
©Devesh Dixit
#युवा_शक्ति #दोहे #nojotohindipoetry #nojotohindi
युवा शक्ति (दोहे)
युवा शक्ति अनमोल है, चलें उचित रफ़्तार।
कर सुकर्म जो बढ़ रहे, हो उनका विस्तार।।
मात पिता का फर्ज़ है, उनको दें संस्कार।