कुछ छांव सा
कुछ धूप सा
कुछ चंचल सा
कुछ शांत सा
कुछ गीत सा
कुछ संगीत सा
एहसास उस प्रीत का
कुछ खट्टा सा
कुछ मीठा सा
कुछ तिखा सा
कुछ फीका सा
कुछ ताप सा
कुछ शीत सा
एहसास उसे प्रीत का
जिसे भी नसीब हुआ
अक्सर उन शामो में ही महसूस हुआ ।
©Bhanu Priya
कुछ छांव सा
कुछ धूप सा
कुछ चंचल सा
कुछ शांत सा