Bhanu Priya

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कोई पागल कहेगा , तो कहने दो , तुम मुझे रोकों न , इस प्रवाह संग वहने दो । ❤️

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#love_shayari  White कश्ती के मुसाफिरों ने 
वादें लिए थे अरसों के 
आज अश्रु वन गए ,
अजीब साथ था ,
अब सब किनारे हो गए ,
सोहबत बड़ी हैं ,
मगर तुम्हारे बिना हम तो गैर ही हो गए ।

©Bhanu Priya

#love_shayari @Niaz (Harf) @vineetapanchal @SHAYAR ANHAR @Anupriya @Ak.writer_2.0 @Vikram vicky 3.0 @Tsbist @SHAYAR ANHAR Mohammed. samshad @Adarsh S Kumar @Anupriya @Mantashakhan04 @jo_dil_kahe @Uday Anjali Jain भारतीय लेखिका तरुणा शर्मा तरु @poonam atrey @Kalpana Tomar @mohd Ali queen @Sethi Ji @pinky masrani @Khushiram Yadav Anil Ray @Mohan Lal MK शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन ) Nazim Ali (Shiblu) प्रदीप भारद्वाज "हुड़दंगी" @vinay panwar love sandhu @Ahmad Ali Ansari @Vijay Kumar @Javitri Shukla Vikash Kamboj Sh

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#sad_shayari  White इंतजार 

खुद को खो चुकी हूं 
तेरे इंतजार में 
तरुओं की गोद में 
अक्सर दिन कट जाते हैं 
मगर ये शामें बड़ा सताती हैं 
तेरे इंतजार में 
ये रातें बड़ा रुलाती हैं 
संभाल लेती हूं अक्सर खुद को
मगर ये चक्षु बहाल कर ही देते हैं
सवेरों की पहली पुकार तुम
निशाओं में अंतिम विचार तुम
पहर की राहें कब मिलेगी 
कुछ न जानती 
क्या ये इंतजार बिगाड़ेगा
उसका श्रृंगार 
कितना सही कितना बेकार हैं 
फिर भी मुझे इंतजार हैं ।

©Bhanu Priya

#sad_shayari @Neel @Jannah @Andy Mann @AbhiJaunpur PФФJД ЦDΞSHI @jo_dil_kahe @vinay panwar @R... Ojha @Jagdish Thakur @Niaz (Harf) @Shilpa Yadav @Rajesh @Alpha_Infinity भारतीय संस्कृति MOTIVATIONAL ZINDAGI ( फ्री देसी फिटनेस मंत्र ) @Dharmender Rawat भारतीय लेखिका तरुणा शर्मा तरु @Jannah @Kshitija @AbhiJaunpur

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उन खूबसूरत लम्हों को हम अक्सर जकड़ कर रखना चाहते है , जबकि सुंदरता स्वतंत्रता में ही खूबसूरत लगती हैं। ©Bhanu Priya

 उन खूबसूरत लम्हों को हम अक्सर जकड़ कर रखना चाहते है ,
जबकि सुंदरता स्वतंत्रता में ही खूबसूरत लगती हैं।

©Bhanu Priya

उन खूबसूरत लम्हों को हम अक्सर जकड़ कर रखना चाहते है , जबकि सुंदरता स्वतंत्रता में ही खूबसूरत लगती हैं। ©Bhanu Priya

21 Love

मैं बहना चाहूं , काश ये नदी ले जाए मुझको , अर्द्धशीश डूबें तरंगनी में , खेलूं उन तरंगों से , सरिता तुम्हारा वारि , मुझको शांत कर दे , देह को छूती शीतल लहरें , जीवन में उत्साह भर दें , मैं बहती रहूं , कोई किनारा न मिलें , अनंत अंबर को देखूं महकती धरा से , नयनों की तृप्ति हो जाए , उड़ान भरते विहग , मुझको भी सागर तक ले जाए । ©Bhanu Priya

 मैं बहना चाहूं ,
काश ये नदी ले जाए मुझको ,
अर्द्धशीश डूबें तरंगनी में ,
खेलूं उन तरंगों से ,
सरिता तुम्हारा वारि ,
मुझको शांत कर दे ,
देह को छूती शीतल लहरें ,
जीवन में उत्साह भर दें ,
मैं बहती रहूं ,
कोई किनारा न मिलें ,
अनंत अंबर को देखूं महकती धरा से ,
नयनों की तृप्ति हो जाए ,
उड़ान भरते विहग ,
मुझको भी सागर तक ले जाए ।

©Bhanu Priya

मैं बहना चाहूं , काश ये नदी ले जाए मुझको , अर्द्धशीश डूबें तरंगनी में , खेलूं उन तरंगों से , सरिता तुम्हारा वारि , मुझको शांत कर दे , देह को छूती शीतल लहरें , जीवन में उत्साह भर दें ,

28 Love

#GoldenHour  सुगन्ध सामने रही ,
कड़वाहट भीतर तक गई ,
सुगंध ने मुस्कुराहट दी ,
कड़वाहट ने मुस्कुराहट को
 ठहरने  की राहत दी ,
पीड़ा तो कड़वाहट को हुई ,
पीड़ा सुगंध से ही हुई , 
फिर भी मुझे , सुगंध ही भाई।

©Bhanu Priya

#GoldenHour

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