अपनी समस्या के निवारण की उम्मीद करते हुए किसी की जान ले लेना कहा तक उचित है...
अपनी नागरिकता के प्रमाण के लिए किसी का वजूद मिटा देना कैसा विरोध है..
इंसान होकर इंसानियत ही ना दिखा पाए तो क्या फर्क पड़ता है हम कहा के नागरिक है और क्या धर्म है हमारा..
बात ये नहीं है, कि कौन सही है कौन गलत.. किसने गलत किया और कौन सही करेगा..
अभी बात सिर्फ इतनी है कि "हम क्या कर रहे है"
कभी तो हम सोचें की हमें क्या करना चाहिए...
मात्र भीड़ का हिस्सा बन जाना.??
अपने खुद मै भी तो ज़मीर रखिए..
अच्छे बुरे की इतनी पहचान तो सब में होती ही है.. वरना क्या फायदा होने का, भीड़ है तो सही दुनिया में काम करने को..
अगर हमारे में इतनी ही धार्मिकता है तो अपने धर्म को गौरांवित करिये ना कि शर्मशार..😔!!
#CAA #protest #Shame