मेरी हजार परेशानियों के बीच तेरा मुस्कुराना काफी है.. मैं जिस पल सोचूं तेरे बारे में उस हर पल में तुमसे प्यार हो जाना काफी है.. कम ना कर सके यह बढ़ती दूरियां हमारे प्यार को मेरा आंखें बंद करके तुम से रूबरू हो जाना काफी है.... मैं जब कभी नाराज होकर बैठूं तुमसे तुम्हारा खामोशी से मेरा सिर सहलाना काफी है.. मैं चाहता नहीं तुमसे कुछ मुझे सिर्फ चाहत है तुम्हारी.... तुम्हारी छोटी बड़ी हर जीत के लिए मेरा हार जाना काफी है.... कायम रहे तुम्हारी हंसी तुम्हारे होठों पर हर गम तुम से अनजान रहे तुम्हारी खुशियों की वजह बन सकूं मैं मुझे जिंदगी से इतना नजराना काफी है। - मनीषा कांडपाल🙃
11,225 View
17,230 View
66,057 View
Will restore all stories present before deactivation.
It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here