White
छाती चौड़ी तान कर सीना
जमाने से आंख मिला कर चलना
विपदा से कभी न घबराना
ये सारे गूढ़ ज्ञान देते देते
मेरी नैय्या खेते खेते
मेरी कुशल कामना को
दर ओ दरगाह पर झुकते झुकते
कमर को तेरी झुकते देखा है
और तेरी छाती का सींचा भींचा
अब मैं मन का मौजी होता हूं
जो जी आता करता रहता
तुम भी ना अब टोका रोका करती हो
पर याद मुझे है बताया था तूने
की अब एक टीस रहती है छाती में
पता नहीं कितने जमाने से
कलेजे पर कितने पत्थर रख रखी हो
बहोत दिनों से दौड़ दौड़ कर
मां अब थका हुआ सा लगता है
मुझे अब फिर से राजा बेटा होना है
बिस्तर मार मखमल सा मलमल
पर मां मुझे थोड़ी देर तेरी गोद में सोना है
तुम्ही दुनिया और तेरी आंचल में ही
सारी दुनिया का कोना है
इसी में बंधी कोई गांठ में
मेरी खुशियों का सोना है
मां मुझे अब थोड़ी देर तेरी गोद में सोना है
©गीतेय...
#mothers_day