White क्या फर्क पड़ता है
जिसे चाहा उसने चाहा किसी और को
जिसे मांगा रब से उसने मांगा किसी और को
क्या फर्क पड़ता है
इश्क़ हुआ उसे हुआ किसी और से
जो सपनों में मिला वो हकीकत में जुड़ा किसी और से
क्या फ़र्क पड़ता है
हाथ थामने का जिसका सोचा था उम्र भर के लिए
उसने थाम लिया हाथ किसी का एक सफ़र के लिए
क्या फ़र्क पड़ता है
सोचा था सजाऊंगा जिसे दुल्हन की तरह
वो सज गईं किसी और की दुल्हन की तरह
क्या फ़र्क पड़ता है
दिल टूटे या हड्डियां पर हम रो नही सकते हैं
अपनी मर्ज़ी से अपने कभी हो नही सकते हैं
क्या फ़र्क पड़ता है
गर मिला होता इजाजत खुद की पसंदीदा स्त्री चुनने का
कसम खुदा की उसे ही चुन लिया होता
नही हो पाया अब तलक मैं किसी और का लेकिन
वो होती तो एक छोटा सा आशियां बुन लिया होता
क्या फर्क पड़ता है
किसी को फ़र्क नही पड़ता क्योंकि लड़के के केवल पैदा होने की ही खुशी मनाई जाती है उसके बाद डाल दिया जाता हैं उसके कंधों पर बोझ जिम्मेदारी का
खैर क्या फ़र्क पड़ता है
©Ankur tiwari
#rajdhani_night क्या फर्क पड़ता है
जिसे चाहा उसने चाहा किसी और को
जिसे मांगा रब से उसने मांगा किसी और को
क्या फर्क पड़ता है
इश्क़ हुआ उसे हुआ किसी और से
जो सपनों में मिला वो हकीकत में जुड़ा किसी और से
क्या फ़र्क पड़ता है
हाथ थामने का जिसका सोचा था उम्र भर के लिए