घने कोहरे की चादर मे लिपटी हुई मैं ठंड की फुहारी | हिंदी Love

"घने कोहरे की चादर मे लिपटी हुई मैं ठंड की फुहारी मे सिमटी हुई मैं खुश्क लबो पे एक मीठी प्यास लिए अपने पिया के इंतज़ार मे सपने बुनती हुई मैं ©Tarasha"

 घने कोहरे की चादर मे लिपटी हुई मैं 
ठंड की फुहारी मे सिमटी हुई मैं 
खुश्क लबो पे एक मीठी प्यास लिए 
अपने पिया के इंतज़ार मे सपने बुनती हुई मैं

©Tarasha

घने कोहरे की चादर मे लिपटी हुई मैं ठंड की फुहारी मे सिमटी हुई मैं खुश्क लबो पे एक मीठी प्यास लिए अपने पिया के इंतज़ार मे सपने बुनती हुई मैं ©Tarasha

People who shared love close

More like this

Trending Topic