नोजोटो के आकाश में मेरे चार सितारे....!☺️
वो प्रिया है, सबको प्रिय है,
मधुर वाणी........,
कर्णप्रिय स्वर.....,
अपनेपन और मीठी सी मुस्कान से..,
सबका मन मोह ले जाती है......!!!!
सबको पसंद है वो....,
सबकी चहेती है.........,
श्रेष्ठ पाठिका..........!
नोजोटो की राजकुमारी कहलाती है........।।
वो माणक है, सबकी मन के भाव समझता है....,
"खम्माघनी" बोलके सबको चाय पिलाता है.....!!
मुस्कान रहती है चेहरे पर सदा मासूमियत बेशुमार है....
लंबे चौड़े टिप्पणियों(comments) से.......
प्रोत्साहित कर सबको...........!
अपना बना लेता है.............!!!!
विवेक हैं वो...............!!!!!
श्रेष्ठ श्रोता, परम् मित्र, प्रशंसक भी हैं, आलोचक भी हैं,
सबके पोस्ट पर जाते, प्रोत्साहित करते...
मानो बुझते दीये के संरक्षक भी हैं....!!!
विवेक को समझना आसान नहीं...।।
पर समझ जाओगे........
पहले विवेक को तुम समझो, जानो................!!
इसलिए विवेक को अपने विवेक से सुनो.......!!!!
वो रेखा है, "मंजुलाहृदय" है......,
"मंजुला" - सुंदर, मधुर...........,
"हृदय" की समन्वय है...........!!!!
NCC की कैडेट, उभरती हुई कवियत्री है,
विशाल सपने हैं नयनों में,
मानो अंकुरित बीज के उत्साह की परिचायक है वो....!!!!
©Priyanjali
नोजोटो के आकाश में मेरे चार सितारे....!☺️
वो प्रिया है, सबको प्रिय है,
मधुर वाणी........,
कर्णप्रिय स्वर.....,
अपनेपन और मीठी सी मुस्कान से..,
सबका मन मोह ले जाती है......!!!!
सबको पसंद है वो....,